उच्च शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में हुई बैठक रांची . जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा विभाग के अंतर्गत कुड़ुख भाषा में तोलोंग लिपि लागू करने पर शिक्षाविदों के बीच एक मत नहीं रही. फलस्वरूप बुधवार को उच्च शिक्षा निदेशक सुधीर बाड़ा की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर हुई बैठक में फैसला नहीं हो सका. बैठक में कई शिक्षाविदों ने देवनागरी लिपि को ही जारी रखने की बात कही, जबकि कुछ शिक्षाविदों ने लिपि को लागू करने के लिए अपने तर्क दिये. निदेशक ने कहा कि लिपि को विकसित करने के लिए कार्यशाला आदि का आयोजन किया जा सकता है. निदेशक ने लिपि लागू करने के मुद्दे पर दोनों पक्ष की बातें सुनी व इस संबंध में बाद में निर्णय लेने की बात कही. बैठक में उपनिदेशक अजय खलखो, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि के कुलपति प्रो रामकुमार सिंह, रजिस्ट्रार आरएन त्रिपाठी, विनोबा भावे विवि से प्रॉक्टर सह डीन मानविकी संकाय डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, रांची विवि से रजिस्ट्रार डॉजीसी साहू, डीएसपीएमयू से डॉ धनंजय वासुदेव द्विवेदी, डॉ विनोद कुमार सहित जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा विभाग के कई शिक्षक उपस्थित थे. इधर, निदेशक की अध्यक्षता में प्राइवेट विवि खोलने के लिए आये नये प्रस्ताव पर भी विचार किया गया. राज्य सरकार के पास पांच नये विवि खोलने का प्रस्ताव आया है. हालांकि बैठक में कई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका.
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