नामकुम.
प्रेमजाल में फंसाकर दर्जनों से ठगी करने वाली लुटेरी दुल्हन खुशी तिवारी को उसके पिता बसंत कुमार तिवारी के साथ नामकुम पुलिस ने हिरासत में लिया है. वहीं खुशी की मां आशा तिवारी को स्वास्थ्य कारणों की वजह से छोड़ा गया है. खुशी के विरुद्ध नामकुम, गोंदा थाना सहित अन्य थानों में भी मामले दर्ज हैं. ठगी के शिकार कृष्णा सिंह और किरण देवी नामकुम थाना पहुंचे. कृष्णा ने बताया कि वह अपनी विकलांग मां के साथ अपने घर में रहता था. उन्हीं के घर में खुशी ने कमरा किराये पर लिया. धीरे-धीरे उसने प्रेमजाल में फंसाकर पूरे घर पर कब्जा कर लिया व हमें ही बाहर निकाल दिया. जिसके बाद कृष्णा ने गोंदा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. किरण देवी ने बताया कि उनके पति काशीनाथ नायक को खुशी ने प्रेमजाल में फंसाकर पहले शादी की. उसके बाद ऑनलाइन 11 लाख व नकद 14 लाख रुपये ठग लिये. इसके बाद उसने प्राथमिकी दर्ज करायी. परंतु खुशी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. जबकि खुशी ने उल्टा उसके पति पर केस कर गिरफ्तार कराया. पुलिस ने किरण के पति को जेल भी भेज दिया. हालांकि डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मामले में खुशी और उसके परिजनों को गिरफ्तार नहीं करने का आदेश सात अगस्त 2025 को दिया था. थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि पूर्व में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. न्यायालय द्वारा वारंट जारी होने के बाद खुशी व उसके पिता को हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

