रांची (वरीय संवाददाता). बहुराष्ट्रीय कंपनी टर्विवा इंडिया प्रालि अब झारखंड के किसानों से करंज का बीज खरीदेगा. इसमें सिद्धकोफेड सहयोग करेगा. सिद्धकोफेड राज्य सरकार की संस्था है. इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री तथा उपाध्यक्ष कृषि मंत्री हैं. शनिवार को कांके रोड स्थित सिद्धकोफेड कार्यालय में आयोजित एमओयू कार्यक्रम में टर्विवा के प्रोक्यूरमेंट मैनेजर अरघया चौधरी ने कहा कि टर्विवा 2010 में स्थापित कंपनी है. यह अमेरिका की कंपनी है. भारत में पिछले तीन साल से काम कर रही है. 15 राज्यों में करंज बीज संग्रहण का काम करती है. इसका खाने में भी उपयोग होता है. इससे खाद्य तेल और चॉकलेट भी बनाये जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त बायोडीजल, जानवर के भोजन, बायोफर्टिलाइजर में भी उपयोग हो रहा है. रांची में कंपनी अपना क्षेत्रीय कार्यालय खोलने वाली है. यहां अभी छह वियर हाउस खोले गये हैं. जिस दिन करंज की खरीद होगी, उसी दिन संग्रहक किसान को पैसा दे दिया जायेगा.
बाजार दर पर खरीद के लिए संस्थागत व्यवस्था
सिद्धकोफेड के सचिव राकेश कुमार सिंह ने कहा कि पहले भी करंज की खरीद कई एजेंसियां या व्यापारी कर रही थी. इसका कोई संस्थागत रूप नहीं था. इससे कंरज बीज संग्राहकों को कभी-कभी नुकसान भी होता था. अब सिद्धकोफेड के माध्यम से बेचने पर उनको बाजार मूल्य से अधिक कीमत मिलेगी. इसके अतिरिक्त खरीदने वाली कंपनी कमाई करेगी, उससे कुछ पैसा सीएसआर के मद में खर्च होगा. इसका लाभ भी संग्राहकों को ही मिलेगा. इस मौके पर लैंड हंटर संस्था के साथ मधु खरीद को लेकर एमओयू हुआ. संस्था यहां के मधु उत्पादकों से खरीदेगी. इस मौके पर कृषि विभाग के उप सचिव राजीव रंजन तिवारी, सलाहकार जफर आलम भी मौजूद थे.
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