Social Audit News, Jharkhand News, रांची न्यूज (शकील अख्तर) : पिछले तीन वित्तीय वर्षों में कैंपा के तहत हुए पौधरोपण सहित अन्य कार्यों के सोशल ऑडिट पर विवाद कायम है. विभागीय सचिव एपी सिंह ने सोशल ऑडिट कराने का आदेश दिया था. हालांकि प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने कैंपा में सोशल ऑडिट का प्रावधान नहीं होने का तर्क दिया है. साथ ही सचिव के आदेश पर आपत्ति दर्ज करायी है. इसके बाद सचिव ने केंद्र से राय मांगी है. उन्होंने जानना चाहा है कि कैंपा के तहत हुए कार्यों का सोशल ऑडिट कराना सही होगा या नहीं. बताते चलें कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों में क्षतिपूरक पौधरोपण पर 602.09 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
वन भूमि का उपयोग माइनिंग या दूसरे कार्यों में करने के एवज में क्षतिपूरक पौधरोपण का प्रावधान है. क्षतिपूरक पौधरोपण में गड़बड़ी की शिकायतों के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी. सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कैंपा (कंपनसेट्री एफॉरेस्टेशन फंड मैनेजमेंट एंड प्लानिंग अथॉरिटी) बनाने का आदेश दिया. इसके आलोक में राज्य में भी कैंपा का गठन कर क्षतिपूरक पौधरोपण का काम कराया जाता है.
राज्य में पिछले तीन वर्षों में कैंपा के तहत कुल 820.65 करोड़ रुपये उपलब्ध थे. इस राशि में से पिछले तीन वित्तीय वर्षों में 602.09 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इस राशि से 92939.49 हेक्टेयर यानी 2.28 लाख एकड़ में पौधरोपण किया गया है. इसी राशि से 890 किमी रैखिक पौधरोपण का काम पूरा किया गया. कुल 686 चेक डैम बनाये गये और वन पथों की मरम्मत की गयी. मुख्य सचिव के यहां हुई बैठक में चालू वित्तीय वर्ष (2020-21)के लिए कैंपा के तहत कुल 376.56 करोड़ रुपये की योजनाओं की स्वीकृति दी गयी थी.
पिछले तीन वित्तीय वर्ष में कैंपा में पौधरोपण व खर्च
वित्तीय वर्ष उपलब्ध राशि खर्च पौधरोपण रैखिक पौधरोपण अन्य
2017-18 234.00 137.51 38204.545 2199.00 पथों की मरम्मत
2018-19 286.25 239.46 30262.464 274.784 282 चेक डैम
2019-20 300.43 225.12 23972.488 384.518 306 चेक डैम
(नोट- पौधरोपण हेक्टेयर में, रैखिक पौधरोपण किलोमीटर में, खर्च करोड़ में)
Posted By : Guru Swarup Mishra