रांची.
मतदाता सूची को अधिक पारदर्शी, सटीक और विवाद रहित बनाने के लिए झारखंड में विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंसेंटिव रिवीजन या एसआइआर) कार्यक्रम अक्तूबर महीने से शुरू हो सकता है. चुनाव आयोग सितंबर के अंतिम सप्ताह में एसआइआर की घोषणा कर सकता है. राज्य में एसआइआर की प्रक्रिया शुरू करने के पूर्व सभी जिलों को तैयार किया जाना है. इसे लेकर राज्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने जिलों को वोटरों का रेशनलाइजेशन करने (यह सुनिश्चित करना कि मतदान केंद्र व क्षेत्र का बंटवारा जनसंख्या के आधार पर हो और एक केंद्र पर ज्यादा भीड़ न हो) और चुनाव से जुड़े कंप्यूटर ऑपरेटर व बीएलओ आदि कर्मियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा बूथों की मैपिंग के अलावा अन्य तैयारियां आरंभ करने का भी निर्देश दिया गया है. उक्त कार्यों के बाद ही एसआइआर की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी.क्या है एसआइआर और क्यों जरूरी है
एसआइआर का उद्देश्य मतदाता सूची में ऐसी खामियों को दूर करना है, जो चुनावों से पहले विवादों का कारण बनती हैं. इनमें मतदाता सूची में फर्जी नाम, मृत मतदाताओं के नाम या एक ही व्यक्ति के नाम कई जगह शामिल होना आदि हैं. एसआइआर यह सुनिश्चित करेगा कि हर पात्र नागरिक का नाम सूची में हो और मतदाता होने की योग्यता रखने वाले किसी भी नागरिक का नाम न छूटे. एसआइआर के दौरान गलत पता, नाम की त्रुटि या अन्य कारणों से योग्य मतदाताओं की सूची में सुधार कार्य भी किये जायेंगे.
एसआइआर के दौरान मतदाताओं की सजगता जरूरी
राज्य में एसआइआर से मतदाता सूची अधिक सटीक होगी, जिससे चुनाव प्रक्रिया पर लोगों का विश्वास बढ़ेगा. एसआइआर के दौरान मतदाताओं को सजग रहने की आवश्यकता है. मतदाताओं को अपना नाम सूची में होने की जांच करनी होगी. एसआइआर से मतदाताओं को गलत जानकारी या पते की त्रुटियों को सुधारने का अवसर मिलेगा. संबंधित फॉर्म भर कर मतदाता सूची में नाम जुड़वाया, सुधरवाया या हटवाया जा सकता है. पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को मतदाता सूची में शामिल होने का मौका मिलेगा.
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