रांची. डॉ अभय सागर मिंज की डॉक्यूमेंट्री फिल्म असुर : द आयरन स्मेलटर्स ऑफ झारखंड के पोस्टर का लोकार्पण शुक्रवार को शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने किया. यह डॉक्यूमेंट्री उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करने की योजना के तहत बनायी गयी है. इस मौके पर शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने असुर, बिरजिया तथा लोहार समुदायों के इतिहास, आदिवासी टोटेम गोत्र व्यवस्था एवं सांस्कृतिक संरचनाओं पर अपने विचार साझा किये. उन्होंने कहा कि ऐसे शोध कार्य न केवल शिक्षाविदों के लिए प्रेरक हैं, बल्कि समाज के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं. डॉ अभय सागर मिंज ने बताया कि यह फिल्म असुर जनजाति की सदियों पुरानी लोहा गलाने की पारंपरिक तकनीक पर केंद्रित है. अब यह कला लुप्त हो रही है. यह डॉक्यूमेंट्री छह माह की अवधि में पूरी की गयी.
सिनेमा हॉल में प्रदर्शित की जायेगी डॉक्यूमेंट्री
यह डॉक्यूमेंट्री आगामी सप्ताह एक दिन के लिए, एकमात्र स्क्रीनिंग के रूप में, सीमित दर्शकों के समक्ष सिनेमा हॉल में प्रदर्शित की जायेगी. यह प्रदर्शन मुख्यतः असुर समुदाय एवं शोधार्थियों के लिए समर्पित होगा. फिल्म का निर्माण वंडरमून प्रोडक्शन के बैनर तले हुआ है, जिसके सीइओ एवं सह-निर्देशक आनंद बारला हैं. अनुसंधान प्रमुख दीक्षा सिंह हैं. इसमें सुशांत भगत एवं रिया लकड़ा ने सहयोग दिया. साउंड इंजीनियरिंग का कार्य ओरिसन अभिनीत और अनुग्रह ईस्टर ने किया है. फिल्म के छायाकार विशाल खलखो एवं अयान मिंज हैं. विशेष अनुसंधान सहयोग बिमल कच्छप ने दिया है. संपादन एवं रंग संयोजन (एडिटिंग एवं कलरिंग) का कार्य बिनय मड़की ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है