रांची (संवाददाता). विभिन्न सरना समितियों ने धर्म कोड की मांग को लेकर एक बार फिर से आंदोलन का निर्णय लिया है. इस मांग को लेकर 28 फरवरी से दिल्ली के जंतर-मंतर में सरना धर्मावलंबियों का धरना शुरू होगा. इस दौरान केंद्र सरकार पर धर्मकोड लागू करने के लिए दबाव बनाया जायेगा. बुधवार को झारखंड के विभिन्न जिलों से सरना धर्मावलंबियों का दल हटिया एवं रांची स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुए. इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि सरना कोड आदिवासियों की बहुत पुरानी मांग है. आज तक आदिवासियों को धार्मिक पहचान नहीं मिल पायी है. उन्होंने कहा कि झारखंड एवं पश्चिम बंगाल सरकार ने अपनी-अपनी विधानसभा से बिल पास कर केंद्र सरकार को भेजा है. लेकिन केंद्र सरकार सरना कोड लागू करने में रुचि नहीं दिख रही है, इसीलिए देश भर से सरना समुदाय के लोग दिल्ली कूच कर रहे हैं. बुधवार को दिल्ली रवाना होेनवालों में केंद्रीय सरना समिति के उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, महासचिव संजय तिर्की, बलकु उरांव, संताल समाज से लक्ष्मी टुडू, विनय उरांव, निर्मल पाहन, भुनू तिर्की, द्रौपदी उरांव, सुखराम उरांव, जसवंत मुंडा, सुरेंद्र उरांव, संजू उरांव, जतरी उरांव सहित अन्य शामिल थे.
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