रांची. झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने आठ सूत्री मांग को लेकर मंगलवार को विधानसभा के समक्ष धरना दिया. यूनियन के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बालमुकुंद सिन्हा ने कहा कि झारखंड में 36 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र है. जिसमें लगभग 75 हजार सेविका-सहायिका कार्य कर रही हैं. उन्होंने सरकार से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को श्रमिक का दर्जा देने तथा सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सेविका को 30 हजार व सहायिका को 20 हजार वेतन देने, सेवानिवृत्ति लाभ एकमुश्त पांच लाख रुपये एवं पेंशन लागू करने, कार्यावधि में मृत्यु होने पर पांच लाख एवं अनुकंपा पर सीधी नियुक्ति व सेविका से ही पर्यवेक्षिका पद पर नियुक्त करने की मांग की. धरना को वीणा सिन्हा, ग्लेरिया टुडू, पुष्पा देवी, रेशमा केरकेट्टा, कौशल्या देवी, पुष्पा देवी, वृषमणी देवी, ग्रेसी भुइयां, प्रतिमा देवी, वायलेट, अरुणा राय, माया देवी, रेखा देवी संबोधित किया.
सभी सरकारी प्राथमिक सरकारी स्कूलों में भी होगा वार्षिकोत्सव
रांची. रांची जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 का समापन होने को है. इसे देखते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज ने सभी क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, अवर विद्यालय निरीक्षक, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी व सभी प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखा है. अपने पत्र में श्री राज ने लिखा है कि सत्र समापन के अवसर पर सभी स्कूलों में वार्षिकोत्सव का आयोजन करें. इस वार्षिकोत्सव में छात्र व छात्राओं से स्थानीय लोकनृत्य, लोक संगीत, स्वरचित कविता पाठ, फैंसी ड्रेस कंपीटिशन, झारखंड के महापुरुषों पर भाषण प्रतियोगिता, स्थानीय कला एवं पेंटिंग का आयोजन, भाषण व क्विज सहित सामाजिक कुरीतियों पर नाटक आदि का मंचन करवा सकते हैं. कार्यक्रमों के आयोजन के बाद इसका फोटो व वीडियो आप मुझे भेज सकते हैं. इन कार्यक्रमों में जिन स्कूल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहेगा. उसे जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है