रांची. झारखंड प्रार्थना महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रभात तारा मैदान धुर्वा में हजारों विश्वासी उमड़े. झारखंड क्रिश्चियन एसोसिएशन और झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित महोत्सव में मुख्य वक्ता अपोस्टल अंकित सजवान थे. उन्होंने कहा कि मैं यहां ईसाइयत को नहीं बल्कि यीशु मसीह को रिप्रजेंट करने आया हूं. अगर मैं यीशु मसीह को नहीं जानता, तो 19 वर्ष की उम्र में ही मर जाता. जिस गंभीर बीमारी से मैं ग्रसित था, उसमें यीशु मसीह से की गयी एक प्रार्थना ने जीवन बचा लिया. अंकित सजवान ने कहा कि जिन लोगों को लगता है कि उनके जीवन का कोई अर्थ नहीं है, वे अपना जीवन प्रभु यीशु मसीह को देकर देखें, वो आपके जीवन से लाखों लोगों के जीवन को बदल देगा. अपोस्टल अंकित ने कहा कि यीशु मसीह हमसे सिर्फ एक ही चीज चाहता है और वह है हमारा हृदय. उसके सिवा और कोई नाम नहीं, जो मानव का उद्धार कर सकता हो.
करीब दस वर्षों के बाद हुआ प्रार्थना महोत्सव
रांची में यह प्रार्थना महोत्सव करीब दस वर्षों के बाद हुआ है. इसमें शामिल होने के लिए रांची सहित कई जिलों से लोग पहुंचे थे. धुर्वा का प्रभात तारा मैदान हजारों विश्वासियों से भरा पड़ा था. कार्यक्रम में प्रो स्टीफन मरांडी, अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष पी सोलोमन, झारखंड क्रिश्यिचन एसोसिएशन के डॉ राकेश पॉल, माइकल कच्छप, युसुफ दास, सुशील लकड़ा, अलबिन लकड़ा, कृष्णा महतो, संदीप तिग्गा, दीपक लकड़ा, रोहित केरकेट्टा आदि उपस्थित थे.दुनिया के कोने-कोने में गूंज रहा यीशु नाम
इससे पूर्व प्रार्थना महोत्सव में समथ शुक्ला और प्रिंस मुल्ला ने कई मसीही गीत पेश किये. बोलो नाम नाम नाम यीशु नाम.., मुक्ति दिलाये यीशु नाम…शांति दिलाये यीशु नाम…, हाले हाले लुइया, दुनिया के कोने-कोने में गूंज रहा यीशु नाम जैसे गीत पेश किये. स्थानीय कोयर मंडलियों ने भी सारी सृष्टि के मालिक तुम्हीं हो.., नदी कर पानी बहे.., पझरा का पानी बहे.., यीशु तेरा नाम सबसे ऊंचा है, जैसे गीत गाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है