Jharkhand News: जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी के आदिवासी समाज के खिलाफ दिये गये विवादित बयान के बाद सियासत तेज हो गयी है. झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह विपक्ष ने विरोध जताया. सदन के अंदर पांकी से बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने इरफान अंसारी को चेतावनी दी. इसको लेकर सदन में हंगामा हुआ.
गुरुवार को सदन शुरू होने से पहले हाथों में तख्ती लिये बीजेपी विधायक सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान इरफान अंसारी के बयान पर निंदा व्यक्त करते हुए बीजेपी विधायकों ने माफी मांगने की मांग की. कहा कि आदिवासी समाज को अपमानित करने वाली कांग्रेस शर्म करो. वहीं, सदन के अंदर भी इस मामले को लेकर हंगामा हुआ.
इरफान पर भड़के शशिभूषण मेहता
इस मामले को लेकर सदन को दो बार स्थगित करनी पड़ी. इससे पहले सदन के अंदर विधायक इरफान अंसारी के बयान देने के दौरान पांकी से बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता भड़क गये. दोनों के बीच बहस हुई. इसको रोकने के लिए स्पीकर को तत्काल हस्तक्षेप करना. स्पीकर ने बीच बचाव करते हुए मामला शांत कराया.
इरफान अंसारी पर भड़के शशिभूषण मेहता
सदन के बाहर निकलने पर बीजेपी विधायक शशिभूषण मेहता ने पत्रकारों से बात करते हुए विधायक इरफान अंसारी को नसीहत दी. कहा कि अनर्गल बयानबाजी करना बंद करो. कहा कि इरफान अंसारी के बोल सही नहीं है. वो अपने को सुधारे वर्ना हमें ठीक करना आता है. हमारे नेता बाबूलाल मरांडी के प्रति इरफान अंसारी ने जो विवादित बयान दिया है, उसके लिए उन्हें देश के सभी आदिवासियों से माफी मांगनी चाहिए. उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वो माफी नहीं मांगते हैं, तो उनपर नकेल कसने की कार्रवाई शुरू की जाएगी.
सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने भी बयान की निंदा की
इधर, विधायक इरफान असांरी के विवादित बयान की सत्ता पक्ष भी निंदा की है. महागमा विधायक दीपिका पांडे ने कहा कि इरफान अंसारी ने गलती से यह बात बोल दी है. वहीं, शिल्पा नेहा तिर्की ने भी इस बयान पर आपत्ति जतायी है.
क्या है मामला
बता दें कि मंगलवार को अनुपूरक बजट के कटौती प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए विवादित बयान दिये थे. यह बयान सोशल मीडिया में वायरल हो गया था. इसमें इरफान अंसारी बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि बाबूलाल जी इतना तेज कैसे हो गये. कहा कि हमको समझ में नहीं आ रहा है कि आदिवासी समाज इतना तेज कैसे हो सकता है. हालांकि, विधानसभा की कार्यवाही से इसे हटा दिया गया है. लेकिन, विधायक इरफान अंसारी के इस विवादित को लेकर बीजेपी हमलावर हो गयी.
बीजेपी हुई हमलावर
सदन में बीजेपी विधायकों ने इस बयान की निंदा की, वहीं सदन के बाहर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और अर्जुन राम मेघवाल से लेकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता प्रशांत उमराव समेत अन्य नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. दूसरी ओर, मध्यप्रदेश भाजपा ने इसे कांग्रेस की जनजातीय समाज के प्रति सोच बताया.
कई बार विवादित बयान देकर चर्चा में आये हैं इरफान अंसारी
बता दें कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के पहली बार बोल नहीं बिगड़े हैं. इससे पहले भी कई बार विवादित बयान देकर चर्चा में आये हैं. इससे पहले मणिपुर हिंसा को लेकर भी उन्होंने विवादित बयान दिया था. अपने बयान में उन्होंने कहा था कि कोई बीजेपी को वोट ना दें. अगर कोई बीजेपी को वोट देता है, तो इसका मतलब हो अपनी बेटियों के साथ गलत करा रहा है.
इरफान अंसारी का विवादों से रहा है नाता
मालूम हो कि 31 जुलाई, 2023 को बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर के माध्यम से एक वीडियो साझा किया था. इस वीडियो में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी को एक मंदिर में जाकर तिलक लगाते देखा गया. इस पर बाबूलाल ने लिखा कि एक मिनट भी नहीं लगा जब विधायकजी ने सबके सामने ही वो तिलक अपने माथे से पोछ डाला और बाद में हिंदुओं से कहा कि आपलोग वोट नहीं भी देंगे, तब भी हम जीत जाएंगे. माना जा रहा है बाबूलाल मरांडी के इस वीडियो से नाराज इरफान अंसारी ने सदन में बाबूलाल के खिलाफ निशाना साधते हुए आदिवासी समाज को लेकर विवादित बयान दे दिया.