रांची. केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में मंगलवार को बीते दिन हुए रांची बंद की समीक्षा और आगे की रणनीति को लेकर बैठक हुई. बैठक में कहा गया है कि इस बार सरहुल की झांकियों में राज्य सरकार के मंत्रियों का विरोध किया जायेगा. बैठक में मोर्चा ने विभिन्न प्रतिष्ठानों, शिक्षण संस्थानों, झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स, सिख फेडरेशन, जीइएल चर्च काॅम्प्लेक्स एसोसिएशन, रोस्पा टावर एसोशिएशन, बार एसोसिएशन एवं समस्त वाहन चालक संघों के प्रति बंद का समर्थन करने के लिए आभार जताया.
रैंप को साजिश के तहत केंद्रीय सरना स्थल के समक्ष उतारा गया
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पूर्व मंत्री एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की केंद्रीय महिला अध्यक्ष गीताश्री उरांव ने कहा कि फ्लाइओवर के रैंप को साजिश के तहत केंद्रीय सरना स्थल के समक्ष उतारा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि सरहुल शोभायात्रा के दौरान यहां काफी भीड़ जुटती है. ऐसे में रैंप के कारण किसी भी तरह की दुर्घटना हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हमारी संस्कृति और परंपरा ढोल, नगाड़ा और मांदर को खत्म करने के लिए जो जगह-जगह डीजे बाजा और आर्केस्ट्रा कार्यक्रम आयोजित होगा, उसका विरोध किया जायेगा.
आदिवासी समाज धूमधाम से सरहुल मनायेगा
राहुल तिर्की, निरंजना हेरेंज टोप्पो, कुंदरसी मुंडा, पवन तिर्की, आकाश तिर्की, बबलू मुंडा, फूलचंद तिर्की अन्य ने कहा कि इस बार भी आदिवासी समाज धूमधाम से सरहुल मनायेगा. सरहुल की झांकियों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और अबुआ सरकार का विरोध किया जायेगा. यह भी निर्णय लिया गया कि अगर सरकार रैंप नहीं हटायेगी, तो आदिवासी समाज स्वयं उसे हटायेगा. बैठक में सूरज टोप्पो, प्रेमशाही मुंडा, अनिता गाड़ी, विजय उरांव, नकुल तिर्की, रंजित उरांव, सुशीला कच्छप, अनुज हेमरोम, आकाश बेक, समेत 40 से भी अधिक संगठनों के अगुवा शामिल हुए.
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