रांची. महाराजा अग्रसेन भवन में अग्रवाल सभा रांची महिला समिति शाखा की ओर से तीन दिवसीय सावन महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को सावन सिंधारा और झूलोत्सव किया गया. महिलाओं ने पारंपरिक गीतों पर झूमकर सावन का स्वागत किया. बहू-बेटियों को सिंधारा भेंट किया गया, मेहंदी रचाई गयी और पारंपरिक झूले पर झूलकर महिलाओं ने बचपन की यादें ताजा कीं. कार्यक्रम में सीरीजन शाखा द्वारा एक सामाजिक नाटक की प्रस्तुति भी दी गयी, जिसे उपस्थितजनों ने खूब सराहा. विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली महिलाओं को सम्मानित और पुरस्कृत भी किया गया. मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाये गये हैं, जिनमें जयपुरिया ज्वेलरी, बनारसी और भागलपुरी साड़ियां, शादी के लहंगे, सलवार-सूट, बेडशीट, बच्चों के परिधान, इंडो-वेस्टर्न ड्रेसेस, रंग-बिरंगी राखियां, शृंगार और पूजा सामग्री, लड्डू गोपाल की पोशाकें और हस्तशिल्प वस्तुएं प्रदर्शित की गयी हैं. शुक्रवार को मेला का समापन होगा. आयोजकों के अनुसार, महिलाओं की भागीदारी और उत्साह ने इस कार्यक्रम को अविस्मरणीय बना दिया.
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