क्रांति दीप, रांची. नीट यूजी-2025 परीक्षा के बाद विद्यार्थी अपने पेपर का एनालिसिस कर रहे हैं. साथ ही आंसर-की और रिजल्ट का इंतजार भी कर रहे हैं. इस बार फिजिक्स के सवालों ने ज्यादातर स्टूडेंट्स को परेशान किया. छात्रों के अनुसार बायोलॉजी में कुछ सवाल एनसीइआरटी के बाहर से भी पूछे गये. ऐसे में इस बार कटऑफ में गिरावट होने की चर्चा हो रही है. मेडिकल एजुकेशन के एक्सपर्ट शिक्षकों के अनुसार, इस साल के कट ऑफ में गिरावट दिख सकता है. मेडिकल एजुकेशन के एक्सपर्ट व बायोम संस्थान के डायरेक्टर पंकज सिंह ने बताया कि पिछले साल झारखंड में जनरल कैटेगरी में 647 अंक तक वाले को सरकारी कॉलेज में सीट मिली थी. इस साल क्लोजिंग स्कोर में 80 से 100 अंक तक की गिरावट हो सकती है. जनरल, ओबीसी व इडब्ल्यूएस कैटेगरी में 530 से 540 अंक तक लानेवाले को सीट मिलने की संभावना है.
22 सवाल कठिन थे, हल करने में हुई परेशानी
एक्सपर्ट के अनुसार, इस साल ओवरऑल पेपर में लगभग 22 सवाल कठिन पूछे गये. फिजिक्स में लगभग 12 कठिन सवाल थे. वहीं, बायोलॉजी में पांच से छह सवाल एनसीइआरटी के बाहर से पूछे गये थे. केमेस्ट्री में चार सवाल कठिन थे, जिसे हल करने में छात्रों को परेशानी हुई है. ऐसे में छात्रों को 88 अंक का नुकसान हो सकता है. इस साल ऑप्शनल सवाल भी नहीं थे. ऐसे में औसतन 10 से 20 अंक तक कम हो सकते हैं. इस तरह से इस साल के क्लोजिंग स्कोर में 80 से 100 अंक तक कम हो सकता है.
झारखंड के छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 563 सीटें
नीट यूजी के माध्यम से झारखंड के सरकारी व निजी मेडिकल संस्थानों में नामांकन की प्रक्रिया होगी. स्टेट कोटा के तहत राज्य के छह सरकारी कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल 563 सीटें हैं. इसमें स्टेट काेटा के तहत रिम्स रांची में 148 सीटें, फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज दुमका में 83 सीटें, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हजारीबाग में 83 सीटें, मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज पलामू में 83 सीटें, एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर में 83 सीटें व शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज धनबाद में 83 सीटें हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

