रांची. ग्रामीण विकास विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में मनरेगा से करीब 12 करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा है. यह पिछले चार वर्षों में सबसे अधिक है. बीते साल नौ करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा गया था. इसे बढ़ाकर इस बार 12 करोड़ किया गया है. अब तक करीब तीन करोड़ से अधिक मानव दिवस का सृजन करा लिया गया है. राज्य में पिछले दो साल से लगातार 10 करोड़ के आसपास मानव दिवस का सृजन हो रहा है. इसमें 20 फीसदी की वृद्धि की गयी है. विभागीय मंत्री ने तय लक्ष्य से अधिक मानव दिवस सृजन करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है. विभाग इसी दिशा में काम कर रहा है.
राज्य में 65 हजार काम पूरे
राज्य में मनरेगा से अब तक करीब 65 हजार काम पूरे हो गये हैं. बीते साल करीब चार लाख योजना ली गयी थी. इससे पहले करीब सात लाख योजना ली गयी थी. इस वर्ष इससे अधिक योजना लेने की तैयारी है. वर्तमान में मनरेगा मजदूरों को औसतन करीब 254 रुपये मजदूरी मिल रही है. बीते साल करीब 244 रुपये मजदूरी मिली थी. 2022-23 में औसतन मजदूरी 209 रुपये के आसपास थी. इस वर्ष 50 फीसदी से अधिक महिलाओं को काम मिल रहा है. मनरेगा आयुक्त मृत्युंजय वर्णवाल ने इस वर्ष मेटेरियल पर होने वाले खर्च को नियंत्रित करने का निर्देश दिया है. इसके स्थान पर मजदूरी मद में ज्यादा खर्च करने को कहा है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को काम से जोड़ने का निर्देश सभी जिलों को दिया गया है.
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