पिपरवार.
पिपरवार कोयलांचल व आसपास के ग्रामीण इलाकों में सुहागिनों ने अखंड सौभाग्य व सुखमय दांपत्य जीवन के लिए सोमवार को वट सावित्री व्रत रखा. इस अवसर सुहागिनों ने उपवास रख कर व सोलह शृंगार कर वट वृक्ष की पूजा की. पुरोहित से सावित्री-सत्यवान की कथा सुनीं. इसके बाद क्षमता के अनुसार दान किया. बचरा, बचरा बस्ती, राय, पुरानी राय, डुंडू, बमने, होसिर, नगड़ुआ, पड़रिया, कारो, बिलारी, चिरैयाटांड़, किचटो, कल्याणपुर, बेंती, हफुआ, बनहे आदि गांवों में सुहागिनें सामूहिक रूप से वट वृक्ष की पूजा की. मान्यता है कि सुहागिनों के इस व्रत करने से उनकी पति की आयु लंबी होती है और उसे संतान सुख प्राप्त होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार पति सत्यवान की मृत्यु के बाद सावित्री ने अपनी तपस्या व जिद से यमराज को सत्यवान के प्राण लौटाने पर विवश कर दिया था. इस दौरान सावित्री ने यमराज से कई वरदान प्राप्त किये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है