प्रतिनिधि, डकरा.
एनके एरिया अंतर्गत केडीएच-पुरनाडीह में लगभग 500 करोड़ की लागत से साइलो प्रोजेक्ट बना रही तेलंगाना की कंपनी मधुकाॅन ने एनके एरिया के मजदूर नेता अब्दुल्ला अंसारी पर काम में बाधा उत्पन्न करने व परियोजना को पूर्ण रूप से बंद करने की धमकी देने का आरोप लगाया है. कंपनी ने एनके एरिया के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर बताया है कि कंपनी ने अब्दुल्ला के कहने पर अभी तक 31 लोगों को विभिन्न पदों पर नौकरी दी है, बावजूद फिर से 14 लोगों का नाम नौकरी पर रखने के लिए भेजा गया है. कंपनी ने जब उन्हें बताया कि जरूरत के हिसाब से नियोजन दिया जायेगा तो वे कंपनी के महाप्रबंधक को काम नहीं कर पाने की धमकी दे रहे हैं. उन्हीं का मुलाजिम फिरोज, जो सारा इंटरप्राइजेज के नाम पर अब्दुल्ला के नाम पर कंपनी में लाखों का ठेका कर रहा है. उसने कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर एके पाई के साथ दो-तीन बार गाली-गलौज करते हुए धमकी दी है. कंपनी ने यह भी आरोप लगाया है कि सारा इंटरप्राइजेज के लिए काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम वेतनमान भी नहीं दिया जा रहा है. जबकि उसके नाम पर मधुकाॅन सारा को भुगतान करती है. ऐसे मजदूरों ने लिखित रूप में मधुकाॅन से शिकायत की है. सुनियोजित तरीके से हड़ताल व परियोजना में सामग्री और डीजल की चोरी करायी जा रही है. कंपनी के कार्य में बेवजह दखलंदाजी से परियोजना का कार्य प्रभावित हो रहा है. कंपनी के लोगों ने महाप्रबंधक से उचित कार्रवाई की मांग की है. पत्र की प्रतिलिपि सीसीएल सीएमडी, खलारी डीएसपी और इंस्पेक्टर को भी दिया गया है.अवकाश पर हैं महाप्रबंधक :
एनके एरिया के महाप्रबंधक दिनेश कुमार गुप्ता 27 अप्रैल तक छुट्टी पर हैं इसलिए मामले पर प्रबंधन की ओर से दोनों पक्षों में बातचीत को लेकर किसी तरह की पहल नहीं हुई है. खलारी इंस्पेक्टर जयदीप टोप्पो ने कहा कि महाप्रबंधक से शिकायत की प्रतिलिपि मिली है. महाप्रबंधक पहल करेंगे तो पुलिस हस्तक्षेप करेगी.शिकायत कर ध्यान भटका रही है कंपनी : अब्दुल्ला :
कंपनी में 400 लोग काम कर रहे हैं. जिसमें मेरे पहल पर मात्र 31 कर्मियों को रखा गया है. लेकिन असल मुद्दा मजदूरों के वेतन और सुविधा को लेकर है. उक्त बातें मजदूर नेता अब्दुल्ला अंसारी ने कही. उन्होंने कहा कि कोल इंडिया और झारखंड सरकार द्वारा तय सुविधा और वेतन मजदूरों को नहीं दिया जा रहा है. जिसके विरोध में 26 अप्रैल को एनके महाप्रबंधक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन निर्धारित किया गया है. इसलिए कंपनी शिकायत करके असल मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने सभी आरोप को बेबुनियाद बताया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

