रांची (वरीय संवाददाता). केंद्र सरकार की ओर से सरना धर्म कोड को लागू किये बिना जनगणना कराने के विरोध में झामुमो की ओर से 27 मई को राज्य के सभी जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जायेगा. इसमें पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी, सांसद, मंत्री, विधायक व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने पूरे देश में जनगणना कराने का निर्णय लिया है. झारखंड सरकार की ओर से सरना धर्म कोड विधेयक को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र से पारित कर राज्यपाल के माध्यम से केंद्र सरकार के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया है. लेकिन पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. यह स्थिति आदिवासी समुदाय के प्रति भाजपा की मानसिकता को उजागर करती है. पार्टी के नेता जब तक सरना धर्म कोड नहीं, तब तक जनगणना नहीं के नारे के साथ चरणबद्ध आंदोलन चलायेंगे. श्री पांडेय ने कहा कि सरना धर्म कोड आदिवासी अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान का सवाल है, जिसे लेकर झामुमो शुरू से गंभीर रहा है. भाजपा सरकार ने ने ना तो 2014 से पहले और ना ही बाद में कभी ईमानदारी से सरना धर्म कोड के समर्थन में कोई पहल की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है