रांची.
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़े संगठनात्मक फेरबदल की तैयारी चल रही है. पार्टी नेतृत्व ने राज्य के लगभग एक दर्जन जिलों में नये जिलाध्यक्ष नियुक्त करने की तैयारी शुरू कर दी है. संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश नेतृत्व को जिलों से मिले फीडबैक और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया जा रहा है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, कई जिलों में लंबे समय से संगठन निष्क्रिय है और जमीनी स्तर पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ी है. जबकि, कुछ जिलों में गुटबाजी और निष्क्रियता की शिकायतें मिली हैं. इन्हीं कारणों से कांग्रेस आलाकमान ने इन पदों पर फेरबदल का मन बना लिया है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बदलाव की औपचारिक घोषणा कांग्रेस आलाकमान से मंजूरी मिलने के बाद अगले सप्ताह तक की जा सकती है. इसके बाद जिला इकाइयों का विस्तार होगा. प्रशिक्षण कार्यक्रमों को गति दी जायेगी.25 जिलों में बदलाव की पूरी तैयारी, सामाजिक संतुलन पर फोकस
राज्य के 24 जिलों और एक नगर कांग्रेस (कुल 25 संगठनात्मक इकाइयों) में से अधिकांश में परिवर्तन की योजना है. इसमें खास तौर पर नये और युवा चेहरों को मौका देने की रणनीति है. साथ ही सामाजिक संतुलन बनाये रखने के लिए अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेताओं को प्रमुखता देने का फैसला पहले ही हो चुका है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, 50 प्रतिशत से अधिक जिलों में अध्यक्ष का पद इन वर्गों के हिस्से में जायेगा. सिर्फ चार-पांच जिलों में ही सवर्ण नेताओं को यह जिम्मेदारी मिल सकती है.कार्यकर्ताओं में उत्साह और उत्सुकता
संभावित फेरबदल को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह के साथ उत्सुकता भी है. कई पुराने नेताओं की जगह युवा नेताओं को अवसर मिलने की उम्मीद जतायी जा रही है. वहीं, कुछ जिलाध्यक्ष अपने पद को लेकर असमंजस में हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

