रांची. झारखंड की कवयित्री जसिंता केरकेट्टा को अवध का प्रतिष्ठित माटी रतन सम्मान देने की घोषणा की गयी है. उन्हें यह सम्मान आगामी 19 दिसंबर को फैजाबाद में शहीद क्रांतिकारी अशफाकउल्लाह खां के शहादत दिवस पर समारोह में प्रदान किया जायेगा. उनके साथ अवध के कथाकार शिवमूर्ति और मुंबई के उर्दू के कवि, लेखक व पत्रकार फरहान हनीफ वारसी को भी इस सम्मान से सम्मानित किया जायेगा. शनिवार को सम्मान की चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया. फैसले के बाद सम्मान के प्रायोजक शहीद अशफाकउल्लाह खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान की ओर से उसके प्रबंध निदेशक सूर्यकांत पांडेय ने इसकी जानकारी दी. आयोजकों ने बताया कि पिछले 25 वर्षों से हिंदी-उर्दू और उनके समाजों की सेवा करने वाली नामचीन हस्तियों को दिये जाते रहे इस सम्मान का यह रजत जयंती वर्ष है. अशफाकउल्लाह खां, जिनकी याद में इसे दिया जाता है, वे जिस काकोरी ऐक्शन में भाग लेकर शहीद हुए थे, उसका शताब्दी वर्ष भी है. सूर्यकांत पांडेय ने बताया कि इस साल इस सम्मान का खास महत्व है. उन्होंने कहा कि देश में शहीदों के नाम पर दिया जा रहा यह इकलौता लोकसम्मान है. अब तक यह सम्मान अदम गोंडवी, रफीक सादानी, दूधनाथ सिंह, विजय बहादुर सिंह, अष्टभुजा शुक्ल, अनवर जलालपुरी, मुनव्वर राना, मलिकजादा मंजूर, नरेश सक्सेना, डा विद्या बिंदु सिंह, जयप्रकाश ”धूमकेतु”, सुभाष राय और वसीम बरेलवी जैसी साहित्यिक प्रतिभाओं को दिया जा चुका है.
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