रांची. हजारीबाग खास महाल जमीन घोटाले के केस में एसीबी की टीम ने बुधवार से विनय चौबे (शराब घोटाला केस में निलंबित आइएएस अधिकारी) से पूछताछ शुरू कर दी है. एसीबी की टीम ने जमीन से संबंधित बिंदुओं पर विनय चौबे से कई सवाल किये. लेकिन, विनय चौबे ने किसी सवाल का पूरा जवाब नहीं दिया. पूछताछ के दौरान एसीबी को उन्होंने पूरा सहयोग नहीं किया. मालूम हो कि हजारीबाग में खास महाल जमीन घोटाले में जांच के क्रम में एसीबी को प्रथम दृष्टया हजारीबाग के तत्कालीन डीसी विनय चौबे के खिलाफ साक्ष्य मिले थे. इसके आधार पर एसीबी ने उन्हें केस में आरोपी बनाया था और पूछताछ के लिए मंगलवार को रिमांड पर लिया था. केस के अनुसंधान के दौरान एसीबी को जो जानकारी मिली थी, उसके अनुसार खास महाल जमीन में न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुसार हीराबाग ट्रस्ट की जमीन में हीरा लाल सेठी और पन्नालाल सेठी को श्री महावीर जी सेवायत का चार्ज मिला था. इस जमीन को किसी भी व्यक्ति को हस्तांतरित करने का अधिकार नहीं था. तत्कालीन आयुक्त उत्तरी छोटानागपुर को आदेश दिया गया था कि उक्त लीज जमीन को किसी के नाम से ट्रांसफर करने का आदेश नहीं दिया जाये. लेकिन, मामले में कोर्ट के आदेश को नजरअंदाज कर पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से लीज नवीकरण को सही मानते हुए तत्कालीन उपायुक्त द्वारा भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग के एक आदेश को हथियार बनाते हुए हीराबाग ट्रस्ट की जमीन को 23 क्रेताओं के नाम पर बेच दी दी गयी. इस प्रकार इसमें तत्कालीन हजारीबाग डीसी विनय चौबे के साथ-साथ अन्य लोगों की संलिप्तता पर प्रथम दृष्टया साक्ष्य मिले थे.
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