रांची : राजधानी रांची के पंडरा से कांके रोड तक बनने वाली फोरलेन सड़क के लिए भू-अर्जन की कार्रवाई जल्द शुरू होगी. अभी भू-अर्जन की प्रक्रिया रुकी हुई थी. अब रैयतों के मुआवजा भुगतान के लिए राशि मिल गयी है. ऐसे में भू-अर्जन का काम तेजी से होगा. रैयतों के बीच करीब 150 करोड़ रुपये का वितरण करना है. इसमें से 75 करोड़ रुपये पथ निर्माण विभाग ने दे दिया है. इस तरह अब जमीन लेकर काम शुरू कराने की दिशा में कार्रवाई की जायेगी.
जानकारी के मुताबिक, इस सड़क के लिए तीन माह पहले टेंडर भी कर दिया गया है, लेकिन भू-अर्जन का कार्य लंबित होने की वजह से इसका टेंडर फाइनल नहीं किया जा सका. अब इसका टेंडर भी फाइनल हो सकेगा. यह सड़क पूरी तरह नयी (ग्रीन फील्ड) होगी. यह इनर रिंग रोड का हिस्सा है. इनर रिंग रोड परियोजना का पहला चरण यही सड़क है. इसके बन जाने से गाड़ियां 15 से 20 मिनट में पंडरा से कांके रोड पहुंच जायेंगी. यह सड़क नवासोसो सहित अन्य गांवों को जोड़ते हुए कांके रोड पहुंचेगी. सड़क निर्माण से नागरिकों की पुरानी मांग भी पूरी हो सकेगी.
Also Read: रांची : इनर रिंग रोड का एक पार्ट छूटा, नहीं मिलेगा लोगों को लाभ
पथ निर्माण विभाग की डिबडीह से मेकन की ओर सड़क निकालने की योजना लटकी हुई है. यहां मेकन की ओर से एनओसी नहीं मिलने की वजह से सड़क योजना पर विभाग आगे नहीं बढ़ रहा है. विभाग ने यह योजना तैयार की थी कि डिबडीह आरओबी के बगल से एक सड़क निकाली जायेगी, जो मेकन कॉलोनी के बाहर से एजी ऑफिस की ओर निकल जायेगी. यह सड़क मौजूदा सड़क के समानांतर होगी. इसके लिए कई बार मेकन को पत्र लिखा गया है. वहीं, इस्पात मंत्रालय को भी पत्र भेजा गया है. एक बार फिर इस दिशा में तेजी से प्रयास किया जा रहा है. इंजीनियरों ने बताया कि जमीन का हस्तांतरण नहीं मांगा जा रहा है, बल्कि निर्माण कार्य के लिए एनओसी मांगा जा रहा है, ताकि ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक ठीक की जा सके.