रांची. प्रभात खबर में 23 और 24 जून को प्रकाशित खबर पर समानता सिक्योरिटी एंड इटैलिजेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने मंगलवार को अपना पक्ष रखा. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि समानता को नियमों की अवहेलना कर ठेका दिया गया, यह बिल्कुल निराधार है. कंपनी के निदेशक उदय आदित्य ने जारी पत्र में कहा कि मेरी कंपनी गुमला में आउटसोर्सिंग आधार पर मैनपावर सप्लाई से जुड़ी निविदा में एल-2 नहीं है, जबकि अखबार में इसका उल्लेख है. उन्होंने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिठायी गयी जांच में लेखा प्रबंधक द्वारा दिये गये बयान को आधार बनाया है. जिसमें, डैम को अन्य कंपनी की दरों में कमी की जानकारी नहीं होने की बात दर्ज है. इस मामले में समानता का कहना है कि दर अन्य चयनित एजेंसियों की तुलना में बढ़ा दिया गया है, यह तथ्यों से परे है. निदेशक का कहना है कि उपरोक्त ठेका पूर्णतः एनआइटी व विभागीय प्रक्रिया का पालन करते हुए मिला है. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा वित्तीय अनियमितता के आरोप में समानता को ब्लैकलिस्टेड नहीं, बल्कि डिबार किया गया है. उल्लेखनीय है कि इससे संबंधित वाद संख्या 1270/2025 उच्च न्यायालय, झारखंड में भी लंबित है.
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