रांची. शुक्रवार को पीक आवर में सुबह 10:45 बजे बदमाशों द्वारा कोयला ट्रांसपोर्टर सह कारोबारी बिपिन मिश्रा पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग से सनसनी फैल गयी. जिस ग्रीन पार्क में बिपिन मिश्रा रहते हैं, उसी अपार्टमेंट में पहले पूर्व डीजीपी नीरज सिन्हा भी रहते थे. घटनास्थल के पास आरोग्य भवन, बरियातू बालिका स्कूल, हॉकी का एक्सीलेंस सेंटर है. कुछ दूरी पर सेंट्रल एकेडमी स्कूल है. बरियातू-मोरहाबादी रोड में पीक आवर में वीआइपी मूवमेंट रहता है. बरियातू में रिम्स सहित कई अस्पताल व नर्सिंग होम के कारण मरीजों की आवाजाही रहती है. ऐसे में वहां पर इस तरह की घटना को अंजाम देकर अपराधियों का फरार होना पुलिस की चुस्ती पर सवाल खड़े करता है. घटना के बाद अंगरक्षक व चालक ही बिपिन मिश्रा को लेकर मेडिका अस्पताल पहुंचे थे. बदमाशों के भागने वाले रास्ते में सीसीटीवी की जांच में जुटी रही पुलिस : डीआइजी ग्राउंड से लालपुर और कोकर की ओर अपराधियों के भागने की दिशा में पुलिस की अलग-अलग टीम रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में जुटी थी. वहीं रांची से बाहर भागने वाले प्वाइंट पर लगाये गये सीसीटीवी की भी जांच पुलिस कर रही थी. दूसरी ओर घटनास्थल पर पहुंचकर तकनीकी टीम व एफएसएल की टीम भी पहुंचकर साक्ष्य जुटाने में जुटी थी. अपराधियों के टारगेट और व्यवसायिक अदावत को ध्यान में रख जांच कर रही पुलिस : बिपिन मिश्रा को अमन साहु के अलावा कई आपराधिक गिरोह ने टारगेट रखा हुआ था. इसके अलावा उनकी व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता भी थी. दोनों ही बिंदुओं को ध्यान में रखकर पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इसके अलावा एटीएस की टीम भी जांच कर रही है.
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