रांची.
भाजपा ने राज्य सरकार पर जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने कहा कि जिस प्रकार शराब घोटाले में फर्जी बैंक गारंटी के जरिये भ्रष्टाचार की परतें उजागर हुई थीं, ठीक उसी तर्ज पर जल जीवन मिशन में भी फर्जी बैंक गारंटी और फर्जी निकासी के माध्यम से करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है. उन्होंने कहा कि एक ओर राज्य सरकार केंद्र सरकार पर समय पर धनराशि नहीं देने का आरोप लगाती है, वहीं दूसरी ओर केंद्र से प्राप्त राशि में भ्रष्टाचार कर खुलेआम बंदरबांट की जा रही है. श्री साह ने कहा कि गिरिडीह में जल जीवन मिशन में नया घोटाला सामने आया है. गिरिडीह में बिहार की एक निर्माण कंपनी ने 1.3 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी दिखाकर लगभग 30 करोड़ रुपये का ठेका हासिल कर लिया. इसके बाद बिना किसी ठोस या दृश्य कार्य के ही विभाग द्वारा करीब 10 करोड़ रुपये का एडवांस भुगतान कर दिया गया, जो शासन-प्रशासन की मिलीभगत को स्पष्ट रूप से दर्शाता है. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत केंद्र सरकार ने झारखंड को निर्धारित लक्ष्य के लगभग 90 प्रतिशत तक धन उपलब्ध कराया, लेकिन कैग की परफॉर्मेंस रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार केवल 55 प्रतिशत लक्ष्य ही पूरा कर सकी. यहां पर जो काम हुआ उसकी गुणवत्ता भी संदेह के घेरे में है. कई गांवों में अधिकारियों और ठेकेदारों की आपसी मिलीभगत से सिर्फ कागजी खानापूर्ति कर दी गयी. भाजपा ने मांग की है कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत प्रदेश भर में हुए सभी कार्यों की स्पेशल ऑडिट कराया जाये और इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय व निष्पक्ष जांच हो, ताकि दोषियों को बेनकाब कर सख्त कार्रवाई की जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

