रांची.
राज्य के सभी जिलों के सदर अस्पतालों पर से मरीजों का बोझ कम करने के लिए सरकार निचले स्तर के अस्पतालों को मजबूत करने में जुटी है. राज्य सरकार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) को बेहतर बनाने पर जोर दे रही है. इस पहल के तहत, स्थानीय स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जायेगी. ताकि, मरीजों को छोटी-मोटी बीमारियों के लिए जिला अस्पतालों में न जाना पड़े. इसके लिये केंद्र सरकार के स्तर से इसकी निगरानी की जा रही है. राज्य के सभी सिविल सर्जन को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से पत्र लिखा गया है. अस्पतालों की सुविधा और गुणवत्ता को लेकर सिविल सर्जन को सभी फॉर्मेट में रिपोर्ट भरकर राज्य मुख्यालय के क्वालिटी सेल को भेजना है.प्रखंड के अस्पतालों में भी बढ़ायी जा रहीं सुविधाएं
रांची सदर अस्पताल उपचार की बेहतर सुविधाओं को लेकर नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस (एनक्वास) और लक्ष्य सर्टिफाइड है. इसी तर्ज पर अन्य अस्पतालों में भी सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं. रांची जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नामकुम, मांडर, सिल्ली, अनगड़ा, बुंडू, ओरमांझी, बेड़ो और रातू की सुविधाओं को लेकर समीक्षा की गयी है. सीएचसी रातू में भी सदर अस्पताल की तर्ज पर मॉड्यूलर ओटी का निर्माण किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

