CISF : दीपक वर्मा ने 1 अक्टूबर 2025 को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के पूर्वी क्षेत्र मुख्यालय, रांची में महानिरीक्षक के रूप में पदभार संभाला. वे 1993 में सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से सीआईएसएफ में शामिल हुए थे. महानिरीक्षक बनने से पहले उन्होंने पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के हवाई अड्डा क्षेत्रों में उप महानिरीक्षक के रूप में 20 हवाई अड्डों की निगरानी की. उनके प्रयासों से गुवाहाटी हवाई अड्डे पर विमानन सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान (एएसटीआई) स्थापित हुआ, पटना हवाई अड्डे पर नया एकीकृत टर्मिनल भवन प्रबंधित किया गया और लेंगपुई, आइजोल, मिजोरम में सीआईएसएफ को शामिल किया गया.
दीपक वर्मा ने अपनी शिक्षा में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से एमए और एमफिल किया. रांची विश्वविद्यालय के सेंट कोलंबस कॉलेज से भूगोल में स्वर्ण पदक प्राप्त किया और प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए. उन्होंने जेआरएफ/नेट भी पास किया और व्याख्यान व छात्रवृत्ति के पात्र रहे. अपने 32 वर्षों के करियर में उन्होंने बंदरगाह, तेल, करेंसी नोट प्रेस, बिजली, इस्पात, प्रशिक्षण अकादमी और हवाई अड्डा क्षेत्रों में यूनिट कमांडर के रूप में काम किया. त्रिपुरा/असम और मिदनापुर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भी संभाली.
वे सीआईएसएफ परामर्श शाखा के नियुक्त सलाहकार हैं और आईआईटी खड़गपुर, एनआईटी दुर्गापुर, टिस्को जमशेदपुर, अल्माटी बांध, विक्टोरिया मेमोरियल, ताज महल, बीएसपी भिलाई, ओएनजीसी नाजिरा, बीएसएनएल शिलांग, विश्व भारती शांति निकेतन, बीआरबीएमएमएल सल्बोनी जैसी संस्थाओं की सुरक्षा परामर्श में योगदान दे चुके हैं. उन्होंने बोस्टन (यूएसए) में पोस्ट ब्लास्ट जांच और आत्मघाती हमलों को रोकने का प्रशिक्षण लिया. हैदराबाद में राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण का नेतृत्व भी किया.
उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें 2018 में सीआईएसएफ स्थापना दिवस पर महानिदेशक की प्रशंसा डिस्क से सम्मानित किया गया. उन्होंने नई दिल्ली में बल मुख्यालय में डीआईजी/टेक्निकल और डीआईजी/खुफिया शाखा में काम किया और संगठन में अपनी मेहनत और विशेषज्ञता से योगदान दिया. दीपक वर्मा की विशेषज्ञता और मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि के कारण सीआईएसएफ राष्ट्र की महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और नई ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए लगातार प्रयासरत है.

