रांची.
झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो ने शनिवार को बेंगलुरु विधानसभा में विधायी संस्थाओं में संवाद और चर्चा : जन विश्वास का आधार, जन आकांक्षाओं की पूर्ति का माध्यम विषय पर व्याख्यान दिया. 11वां राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, इंडिया रीजन काॅन्फ्रेंस का आयोजन बेंगलुरु में किया गया है. सम्मेलन में श्री महतो ने कहा कि लोकतंत्र में बहस और चर्चा न केवल औपचारिक प्रक्रिया है, बल्कि यह लोगों की आवाज को शासन तक पहुंचाने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है.बहस की परंपरा सदियों पुरानी है
उन्होंने कहा कि भारत की बहस की परंपरा सदियों पुरानी है. नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने भी अपनी किताब ”द आर्गुमेंटेटिव इंडियन” में बताया है कि बहस भारतीय सभ्यता का मूल हिस्सा रही है. संसद और विधानसभाओं में बहस के माध्यम से नीतियों पर विचार-विमर्श होता है. इससे जनता का विश्वास मजबूत होता है. अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही को जनता तक पहुंचाने के लिए झारखंड विधानसभा ने विधानसभा टीवी चैनल शुरू किया है. इसका सीधा प्रसारण और यूट्यूब पर उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है. इससे पारदर्शिता बढ़ी है और जनता को विधानसभा की कार्यवाही समझने का अवसर मिला है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बहस का उद्देश्य केवल विरोध नहीं, बल्कि सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए नये विचार प्रस्तुत करना है. यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने का माध्यम है, जिससे सरकार जवाबदेह बनती है और समाज के विविध विचारों को सम्मान मिलता है.
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