रांची. ट्रॉमा सेंटर में एमबीबीएस इंटर्न और पारा मेडिकल स्टूडेंट के बीच हुई मारपीट मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. टीम को एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है. टीम में डीन एग्जामिनेशन डॉ मनोज कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डाॅ शिव प्रिये और डॉ लखन माझी शामिल हैं. टीम सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और दोनों पक्षों से बातचीत के आधार पर अपनी रिपोर्ट देगी. इधर, पारा मेडिकल स्टूडेंट और इंटर्न के बीच ट्रॉमा सेंटर व सेंट्रल इमरजेंसी के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने सुलह कराने का प्रयास किया. दोनों पक्षों से मामले की जानकारी ली. इंटर्न को माफी मांगने का आग्रह किया, जिस पर वे तैयार हो गये, लेकिन पारा मेडिकल स्टूडेंट का कहना है कि दोषी को तीन महीने के लिए निलंबित किया जाये. हालांकि, डॉ भट्टाचार्य ने अपनी रिपोर्ट डीन को भेज दी है. सूत्रों ने बताया कि इसमें उल्लेख किया गया है कि दोनों पक्षों में आपसी समझ की कमी प्रतीत होती है. ऐसे में आपके स्तर से ही अब निर्णय और कार्रवाई की जाये. वहीं, पारा मेडिकल स्टूडेंट की मारपीट के बाद बुधवार को सेंट्रल इमजरेंसी में आंशिक असर पड़ा है. वहीं, पीआरओ डॉ राजीव रंजन ने बताया कि पारा मेडिकल के कार्य बहिष्कार से कोई असर नहीं पड़ा है.
निदेशक ने कहा
डॉ राजकुमार ने कहा कि पारा मेडिकल स्टूडेंट और इंटर्न डॉक्टरों के बीच हुई मारपीट में सख्त कार्रवाई की जायेगी. यह जांच कराने को कहा गया है कि मारपीट के दौरान मेडिकल ऑफिसर की मौजूदगी थी या नहीं. किसी सीनियर की मौजूदगी में यह संभव नहीं होता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

