डकरा वीआइपी क्लब में कोल फिल्ड मजदूर यूनियन के महामंत्री ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
प्रतिनिधि, डकराकोयला उद्योग के मजदूरों को सीमेंट उद्योग की स्थिति से सबक लेने की जरूरत है. सीमेंट उद्योग पर अदानी और आदित्य बिरला ग्रुप मिलकर 65 प्रतिशत बाजार पर कब्जा कर लिया है. जब चाहते हैं सीमेंट का दाम बढ़ाते-घटाते रहते हैं. लगभग यही स्थिति एमडीओ, काॅमर्शियल माइनिंग और रेवेन्यू शेयरिंग के चलते कोयला उद्योग की बनती जा रही है. इस साजिश के खिलाफ तैयारी और एकता के साथ लड़ना पड़ेगा. उक्त बातें कोल फिल्ड मजदूर यूनियन के महामंत्री राघवन रघुनंदन ने कही. वह गुरुवार को डकरा वीआइपी क्लब में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यूए के तहत जो सुविधा मजदूरों को मिलनी चाहिए उसे हम लोग काफी हद तक दिला पाने में सफल हैं. ताजा मामला 9:4:0 प्रावधान पर रोक लगाकर बीमार मजदूरों के साथ अन्याय करने का है. बदली परिस्थिति में कोल इंडिया प्रबंधन और केंद्र सरकार की नीति एक जैसी हो गयी है. इसलिए ट्रेड यूनियन के समक्ष चुनौती बढ़ गयी है. सरकार, व्यवस्था और कंपनी के विरुद्ध यूनियन की लड़ाई एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है और हमलोग जब तक आस है तब तक लड़ेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बीएमएस भारत सरकार का एक पार्ट है. वह चाहे तो वर्तमान में व्याप्त सभी समस्या को खत्म करा सकता है.
21-22 मार्च को यूनियन का सम्मेलन
कोल फिल्ड मजदूर यूनियन का दो दिवसीय सम्मेलन 21-22 मार्च को डकरा वीआइपी क्लब में आयोजित किया गया है. इस सम्मेलन में हिंद मजदूर सभा के महामंत्री हरभजन सिंह सिद्धू, अध्यक्ष गिरीनाथ सिंह सहित कई अन्य बड़े नेता हिस्सा लेंगे. सम्मेलन की तैयारी का जायजा लेने गुरुवार को यूनियन के महामंत्री राघवन रघुनंदन ने डकरा का दौरा किया. कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने यूनियन की बैठक में हिस्सा लिया और सम्मेलन का रूपरेखा तैयार किया. अतिथियों की सूची तैयार की गयी. तोरण द्वार बनाने का निर्णय लिया गया. मौके पर भीम सिंह यादव, विनय सिंह मानकी, सूरज प्रधान, रवींद्र बैठा, राजेंद्र चौहान, ध्वजाराम धोबी आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है