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CCL के कई एरिया में जरूरत से अधिक कर्मी कर रहे हैं काम, मैनपावर बजट में हुआ खुलासा

मैनपावर बजट में बताया गया है कि कंपनी के मुख्यालय सहित आठ एरिया में अधिक कर्मी काम कर रहे हैं. अगले साल के लिए कंपनी जो पद स्वीकृत किया है, उससे अधिक कर्मी कार्यरत हैं.

सीसीएल ने अपने यहां 2377 कर्मियों को सरप्लस बताया है. कंपनी ने 2023-24 के लिए मैनपावर बजट तैयार किया है. इसमें बताया है कि कंपनी में वर्तमान में 32948 कर्मी काम कर रहे हैं. जबकि कंपनी को 30571 लोगों की जरूरत है. कंपनी हर साल अपना मैन पावर बजट तैयार करती है. कंपनी में 29721 पुरुष तथा 3227 महिलाकर्मी हैं. कंपनी में सरप्लस मैनपावर बरकासयाल एरिया में है. यहां करीब एक हजार से अधिक सरप्लस मैनपावर है. जरूरत से कम मैनपावर कंपनी के मगध और संघमित्रा खदान में है. यहां जरूरत 2522 लोगों की है. इसकी तुलना में करीब 1740 लोग ही काम कर रहे हैं.

मुख्यालय सहित आठ एरिया में अधिक कर्मी :

मैनपावर बजट में बताया गया है कि कंपनी के मुख्यालय सहित आठ एरिया में अधिक कर्मी काम कर रहे हैं. अगले साल के लिए कंपनी जो पद स्वीकृत किया है, उससे अधिक कर्मी कार्यरत हैं. वहीं नौ एरिया में जरूरत से कम कर्मी काम कर रहे हैं. जिस एरिया में खदान बंद या उत्पादन कम हो गया है, वहां पूर्व से बहुत कर्मी काम कर रहे हैं. इसी तरह नयी खदानों में स्वीकृत पद से कम कर्मी काम कर रहे हैं. मुख्यालय में भी जरूरत से अधिक कर्मी काम कर रहे हैं. कई बार कंपनी ने मुख्यालय में काम करनेवाले कर्मियों को एरिया में पदस्थापन किया था. इसमें कई कर्मियों ने एरिया में जाने से इनकार कर दिया है.

एरिया कार्यरत जरूरी मैनपावर कमी/अधिक

ढोरी 3909 3585 (326)

मुख्यालय 1872 1739 (133)

अरगड्डा 2187 2078 (109)

बीएंडके 2453 2014 (439)

बरकासयाल 3685 2680 (1005)

कथारा 4773 3506 (667)

कुजू 2522 1740 (782)

पिपरवार 2411 1954 (457)

बरकाकाना 702 852 (-150)

आम्रपाली व चंद्रगुप्त 685 1019 (-334)

राजहरा 349 537 (-180)

रजरप्पा 1272 1412 (-140)

बीटीटीआइ 20 27 (-7)

हजारीबाग 3200 3288 (-88)

मगध-संघमित्रा 575 1079 (-504)

एमआरएस नयी सराय 54 58 (-04)

एनके 2879 3005 (-126)

क्या कहते हैं मजदूर यूनियन के नेता

एटक नेता सह जेबीसीसीआइ सदस्य लखन लाल महतो कहते हैं कि कंपनी का मैनपावर बजट व्यावहारिक नहीं है. इसमें कंपनी अधिक दिखाती है. कर्मियों को बैठा कर आउटसोर्स से काम लिया जाता है. जो बीमार कर्मी हैं, उनको भी अधिक बताया गया जाता है. उसके लिए गंंभीर बीमारी का अनफिट स्कीम है. इसको भी बंद कर दिया गया है. कंपनी अपनी गलती छिपा रही है. कंपनी ने 27 जुलाई को बोर्ड मीटिंग में इसे अनुमोदित कर दिया है.

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