रांची. भारतीय वायुसेना के दो दिवसीय एयर शो का भव्य समापन रविवार को नामकुम के खोजाटोली आर्मी ग्राउंड में हुआ. शो में सूर्यकिरण की एयरोबेटिक टीम के जांबाज फाइटर पायलटों ने नौ हॉक जेट्स फाइटर विमान से आसमान में अद्वितीय कौशल का प्रदर्शन किया. जज्बातों की ऊंचाई से बिखरे तिरंगे के रंग से आसमान सराबोर हो गया. सूर्यकिरण टीम के रोमांचकारी करतबों ने सबका मन मोह लिया. ग्रुप कैप्टन सितेश कार्तिक के साथी पायलट जसदीप सिंह, दिवाकर शर्मा, अंकित वशिष्ट, गौरव पटेल, कुलदीप हुड्डा, एलन जॉर्ज, हिमकुश चंडेल व विंग कमांडर राजेश काजरा ने देशभक्ति, सत्यनिष्ठा व विश्वास का शानदार प्रदर्शन किया. सूर्यकिरण टीम का प्रदर्शन दर्शकों के लिए मनोरंजन के साथ ही यादगार बन गया. इस पल को हर कोई मोबाइल में सहेज कर रखने में जुटा हुआ था. यह टीम देश के लिए गर्व का प्रतीक रहा. वहीं युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना.
पहले दिन की तुलना में दूसरे दिन तीन गुणा ज्यादा दर्शक पहुंचे एयर शो देखने
आर्मी ग्राउंड खोजाटोली नामकुम में काफी दर्शक मौजूद थे. शनिवार की तुलना में करीब तीन गुना ज्यादा भीड़. दर्शकों का उत्साह चरम पर था. जब विमान की गर्जना आकाश में गूंजती, तब दर्शक भारत माता का जयकारा लगाते. इस भव्य कार्यक्रम को संपन्न कराने में सेना और जिला प्रशासन ने अहम भूमिका निभायी. बेहतर व्यवस्था के कारण आयोजन स्थल पर दर्शकों को कोई परेशानी नहीं हुई. एयर शो देखने के लिए झारखंड हाइकोर्ट के न्यायाधीश आनंदा सेन, रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री, डीडीसी दिनेश कुमार यादव, सदर एसडीओ उत्कर्ष कुमार, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वर नाथ आलोक, ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल भी उपस्थित थे.उपायुक्त ने किया एयरफोर्स के अफसरों को सम्मानित
रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सूर्यकिरण टीम की कमेंटेटर प्रशासक कंवल संधू और विंग कमांडर राजेश काजरा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया. इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर एयरफोर्स के अफसर और पायलट के साथ लोगों सेल्फी के लिए क्रेजी दिखे. डीसी भी पत्नी और पुत्री के साथ गये थे.रांची वासियों सहित पूरे झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने एयर शो में आये लोगों का अभिवादन किया. भारत माता के जयकारों के साथ दर्शकों का उत्साह बढ़ाया. उन्हाेंने कहा कि आज से यह एक नया शुभारंभ है. क्षेत्र के युवाओं के लिए भी, ताकि वह भी भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन सकें. देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत राष्ट्र की रक्षा के साथ नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें. व्यक्तिगत जीवन में अनुशासन, समर्पण और वीरता से लबरेज रहें. उन्होंने कहा कि यह रांची वासियों सहित पूरे झारखंड के लिए ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा. यह पहली बार हुआ. वायुसेना के जांबाजों ने रांची के आसमान में अपने शौर्य, अनुशासन और पराक्रम का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि यह एयर शो सिर्फ सेना की कलाबाजी नहीं था, बल्कि पराक्रम, शौर्य, तकनीक, आपसी समन्वय, आत्मविश्वास का सम्मिश्रण था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है