रांची. रमजान का पवित्र महीना रविवार से शुरू हो गया. पहले ही दिन रोजेदारों में खासा उत्साह देखने को मिला. दिन में गर्मी जरूर रही, लेकिन शाम होते ही मौसम खुशनुमा हो गया, जिससे लोगों को राहत मिली. रोजेदारों ने पूरे दिन इबादत में समय बिताया और मस्जिदों में जाकर नमाज अदा की. महिलाओं ने घरों में नमाज पढ़ी. सेहरी और इफ्तार के समय का ऐलान मस्जिदों से किया गया. साथ ही लोग मोबाइल के जरिए भी समय की जानकारी साझा करते रहे.
इफ्तारी की खास तैयारी
दोपहर बाद से ही घरों में इफ्तार की तैयारी शुरू हो गयी. महिलाओं ने फल, शरबत, पकौड़ी और अन्य व्यंजन तैयार किये. कई लोगों ने मस्जिदों और जरूरतमंदों को इफ्तारी भिजवाकर रमजान की भावनाओं को जीवंत किया.बच्चों का उत्साह
छोटे बच्चे भी रोजा रखने के लिए उत्साहित दिखे. 12 साल की नाजिया और छह साल की सुमैया अहमद ने रोजा रखा और खुद को इस परंपरा से जुड़ा हुआ महसूस किया. सुमैया ने कहा कि उसे हर साल रमजान का बेसब्री से इंतजार रहता है. यह उनका पहला रोजा है. वहीं नाजिया दो वर्षों से रोजा रख रही हैं.सांप्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारा
रोजेदारों ने इफ्तार से पहले दुआ की और रोजा खोलने के बाद नमाज अदा की. इसके बाद रात में तरावीह की नमाज पढ़ी गयी. कई दुकानदारों, होटलों और घरों में भी सामूहिक रूप से रोजा खोला गया, जिससे माहौल और भी खुशनुमा हो गया.रमजान शुरू होते ही बाजारों में खजूर और मेवों की रौनक
पवित्र माहे रमजान की शुरुआत के साथ ही बाजारों में खजूर और सूखे मेवों की धूम मच गयी है. फल बाजार, किराना दुकानों और सूखे मेवों की दुकानों पर विभिन्न प्रकार के खजूरों की बिक्री जोरों पर है. सबसे ज्यादा मांग अरब देशों से आयातित खजूरों की हो रही है, जिनकी कीमत 120 से 1600 रुपये प्रति किलो तक है.विदेशी खजूरों की मांग सबसे ज्यादा
रांची में सऊदी अरब, जॉर्डन, ट्यूनीशिया, ईरान और इराक से आये खजूरों की पूरी वेराइटी उपलब्ध है. खजूर विक्रेता आफताब ने बताया कि लोग स्वाद और बजट के अनुसार खजूर खरीद रहे हैं. खजूर आधा किलो, एक किलो और बड़े पैक में भी मिल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है