कुड़ू(लोहरदगा) : प्रखंड की सलगी पंचायत के चूल्हापानी से सोमवार को सात दिवसीय दामोदर दर्शन यात्रा का शुभारंभ हुआ. यात्रा का समापन चार जून को होगा. चूल्हापानी से बंगाल के पंचेत तक यात्रा की जायेगी. इस दौरान 36 स्थानों पर जागरूकता सभा हुई. दामोदर दर्शन यात्रा के शुभारंभ के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे […]
कुड़ू(लोहरदगा) : प्रखंड की सलगी पंचायत के चूल्हापानी से सोमवार को सात दिवसीय दामोदर दर्शन यात्रा का शुभारंभ हुआ. यात्रा का समापन चार जून को होगा. चूल्हापानी से बंगाल के पंचेत तक यात्रा की जायेगी. इस दौरान 36 स्थानों पर जागरूकता सभा हुई. दामोदर दर्शन यात्रा के शुभारंभ के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि सरकार राज्य के विकास के लिए कृतसंकल्पित है. सरकार सलगी पंचायत को गोद लेकर विकास करे. सीएम से बात की गयी है.
दामोदर नद देवताओं का वास स्थल है. चूल्हापानी को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है. वातावरण के अनुकूल काम होगा, तो प्रदूषण नहीं होगा और यहां की सुंदरता बनी रहेगी.
श्री राय ने कहा कि खम्हार बहेरा मांडर के पास पार्क बनाने की योजना है. बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए कंक्रीट के मकान नहीं बनेंगे. कंक्रीट के इस्तेमाल से वातावरण को नुकसान होगा. नदी है, तो जीवन है. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दामोदर को प्रदूषण से बचाना है. सभी नदियां साल में एक बार खुद को साफ करती है. बाकी दिन जनता गंदा कर देती है. आज पानी का स्तर नीचे जाने का मुख्य कारण नदियों का प्रदूषण है.
धरती पर जब भगीरथ ने गंगा नदी को उतारा था, इससे पहले भगीरथ ने देवनद दामोदर का चरण स्पर्श किया था. इसकी इस साल पूरी तरह सफाई करनी है. राशन वितरण के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि ग्रामीणों के घर तक बैंक पहुंच सके. श्री राय के सलगी पहुंचने पर लोगों ने उनका स्वागत किया.
तीन जून को पंचेत पहुंचेगी यात्रा : दामोदर नद लोहरदगा जिले के कुड़ू प्रखंड की सलगी पंचायत के चूल्हापानी नामक स्थान से निकलता है और झारखंड एवं बंगाल के राज्यों में 450 किमी की दूरी तय करते हुए कोलकाता के नीचे पवित्र गंगा नदी में विलीन हो जाता है. उक्त बातें राज्य के मंत्री सह दामोदर बचाओ आंदोलन के प्रणेता सरयू राय ने लोहरदगा परिसदन में पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि यह यात्रा तीन जून को पंचेत तक जायेगी. चार जून को देवनद दामोदर महोत्सव है. इस अवसर पर उत्सव का आयोजन किया जायेगा. औद्योगिक गतिविधियों द्वारा उत्पन्न प्रदूषण के कारण दामोदर की गिनती दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में होने लगी थी.