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कारीगर यूनिवर्सिटी व स्किल सखी योजना होगी शुरू : रघुवर दास

रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार स्किल सखी और कारीगर यूनिवर्सिटी योजना की शुरुआत करेगी. इसको लेकर बजट में प्रस्ताव लाया जायेगा. स्किल सखी योजना के तहत नौ-दस साल की बच्चियों को प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि वे स्व रोजगार कर स्वावलंबी बन सकें. इसी प्रकार कारीगर यूनिवर्सिटी योजना की शुरुआत की जायेगी. इसके […]

रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार स्किल सखी और कारीगर यूनिवर्सिटी योजना की शुरुआत करेगी. इसको लेकर बजट में प्रस्ताव लाया जायेगा. स्किल सखी योजना के तहत नौ-दस साल की बच्चियों को प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि वे स्व रोजगार कर स्वावलंबी बन सकें. इसी प्रकार कारीगर यूनिवर्सिटी योजना की शुरुआत की जायेगी.

इसके तहत युवाओं को कारपेंटर, मोटर मेकैनिक समेत अन्य कामों के लिए एक वर्ष का डिप्लोमा कोर्स कराया जायेगा. इसके बाद इन्हें मुद्रा बैंक योजना से जोड़ कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जायेगा. श्री दास मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्हकहा कि झारखंड से गरीबी मिटाना है. राज्य में विभाजन की नहीं, विकास की राजनीति चलेगी. झारखंड 10 साल में भारत ही नहीं, विश्व का समृद्ध राज्य बनेगा. राज्य में विकास की सभी संभावनाएं मौजूद हैं. कमी है, तो सिर्फ सकारात्मक सोच की.

लालच व भय दिखा धर्मांतरण कराना कानून के खिलाफ : सीएम रघुवर दास ने कहा कि लोभ, लालच व भय दिखा कर धर्मांतरण कराना कानून के खिलाफ है. इसका प्रावधान संविधान में किया गया है. इसका पालन कराना केंद्र व राज्य सरकार का काम है. महात्मा गांधी ने भी धर्मांतरण का विरोध किया था. सरना आदिवासी को बरगलाया जा रहा है. जिन लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया, उनके जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है. जबरन धर्म परिवर्तन करानेवालों की जगह जेल में है.
नीतीश कामदार, तो मैं नामदार मुख्यमंत्री : श्री दास ने कहा : नीतीश कुमार को नामदार मुख्यमंत्री बताया जा रहा है. वहीं, मेरे बारे में कहा जा रहा है कि मैं भाग्यभरोसे मुख्यमंत्री बन गया. मैं भी मानता हूं कि भाग्य व भरोसे ही मैं मुख्यमंत्री बना. भाग्य उसे ही मिलता है, जो कर्म करता है. भरोसा उसी के साथ रहता है, जिसके साथ जनता रहती है. नीतीश नामदार मुख्यमंत्री हैं, तो मैं कामदार मुख्यमंत्री हूं. मैं बैसाखी के सहारे मुख्यमंत्री नहीं बना. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में शामिल गठबंधन दल के ही नेता कह रहे हैं वे कि वे परिस्थितिवश मुख्यमंत्री बने हैं. इस पर नीतीश कुमार को सफाई देनी चाहिए.
सुशासन बाबू बने कुशासन बाबू के प्रतीक : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में नीतीश कुमार जैसा अवसरवादी नेता नहीं देखा. उन पर सत्ता का नशा है. 17 साल तक एनडीए के साथ रह कर सुशासन बाबू कहलाये. अब वे कुशासन बाबू के प्रतीक बन गये हैं.
शराबबंदी है, तो कैसे हो रही जहरीली शराब से मौत : रघुवर दास ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अगर वहां पर पूर्ण शराबबंदी है, तो कैसे 28 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गयी. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 10 सितंबर को जमशेदपुर आये थे. उनके साथ एक दर्जन लोग भी बिहार से आये थे. इनके साथ आनेवाले लोगों ने दो दिनों तक होटल में क्या किया, यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए.
मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे नीतीश
रघुवर दास ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं. झारखंड की जनता से नकारे व पीटे हुए लोग तीसरा मोरचा बनाने का ख्वाब देख रहे हैं. क्या ये लोग भारत को तीसरे दर्जे का देश बनाना चाहते हैं. ये लोग समझ रहे हैं कि बिहार और देश की जनता बेवकूफ है, जो बहुत बड़ी भूल है.
कारीगर यूनिवर्सिटी योजना : इसके तहत युवाओं को कारपेंटर, प्लंबर, पेंटर समेत अन्य तकनीकी कार्यों के लिए डिप्लोमा कोर्स कराया जायेगा. ऐसे युवाओं को मुद्रा बैंक योजना से जोड़ कर स्व-रोजगार के लिए प्रेरित किया जायेगा़.
स्किल सखी योजना : इस योजना के तहत नौ-दस साल की बच्चियों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि वे स्वरोजगार कर स्वावलंबी बन सकें.
सीएनटी एक्ट का अध्यादेश वापस होने की जानकारी नहीं
यह पूछे जाने पर कि क्या सीएनटी-एसपीटी एक्ट में किये गये संशोधन अध्यादेश को राष्ट्रपति ने वापस कर दिया है. श्री दास ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस वक्त अध्यादेश भेजा गया था, उस वक्त विधानसभा सत्र नहीं चल रहा था. अगर सत्र चलता तो इसकी जरूरत ही नहीं पड़ती.
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