रांची : जमशेदपुर में पैदा हुई और शुरुआती पढ़ाई वहीं से करने वाली टीवी अभिनेत्री प्रत्युषा बनर्जी द्वारा आत्महत्या कर लेने से न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरा देश भौंचक है. जमशेदपुर से उनका संबंध बेहद गहरा था. जमशेदपुर से संबंध के कारण प्रत्युषा की आत्महत्या की खबर ने नये सवाल खड़े कर दिये हैं. जमशेदपुर देश के वैसे शहरों की सूची में शामिल है, जहां युवाओं में आत्महत्या के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं. इस शहर का यह खतरनाक ट्रेंड हर किसी के लिए चिंता की बात है. चाहे वे परिवार वाले हों, मेडिकल सेक्टर के एक्सपर्ट हों, मनोवैज्ञानिक हों या पुलिस-प्रशासन.
2003 से 2005 के बीच जमशेदपुर में सबसे ज्यादा आत्महत्या के मामले दर्ज किये गये. भारत भले ही आबादी में अब भी चीन के बाद दूसरे नंबर पर हो, लेकिन कुंठा, हताशा व निराशा के कारण अब यहां सबसे ज्यादा आत्महत्याएं हो रही हैं. विश्व में होने वाली कुल आत्महत्या के मामलों में भारत का हिस्सा 1987 तक 7.9 प्रतिशत था, जो दस साल बाद बढ़ कर 10.3 प्रतिशत हो गया. अगर राज्यों के हिसाब से देखें तो तमिलनाडु, महाराष्ट्र व पश्चिम बंगाल में आत्महत्या के मामले सबसे ज्यादा होते हैं. ऐसे में समाज के हर तबके को आत्महत्या के इस ट्रेंड के खिलाफ रास्ते के बारे में सोचना होगा.
युवाओं की आत्महत्या के आंकड़े
2008 में पूर्वी सिंहभूम जिले में आत्महत्या की 176 घटनाएं हुई थीं, इसमें 145 जमशेदपुर में हुई थीं.
2009 में पूर्वी सिंहभूम जिले में आत्महत्या की 136 घटनाएं हुई थीं, जिसमें 113 जमशेदपुर शहर में हुई थीं.
2010 में पूर्वी सिंहभूम जिले में आत्महत्या की 200 घटनाएं हुई थीं, जिसमें 185 जमशेदपुर शहर में हुई थीं.
(ये आंकड़े 2011 में टीएमएस अस्पताल द्वारा युवाओं में बढ़ते आत्महत्या के मामले पर आयोजित सेमिनार में प्रस्तुत किये गये थे.)