रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) अपनी डीन श्रेया भट्टाचार्य के निलंबन पर कल फैसला करेगा. निलंबित श्रेया पर आरोप है कि उन्होंने सीयूजे परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत के लिए जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक प्रोफेसर को आमंत्रित किया था. सीयूजे के कुलपति नंद कुमार यादव ने बताया, ‘‘हम (तीन सदस्यीय समिति […]
रांची: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) अपनी डीन श्रेया भट्टाचार्य के निलंबन पर कल फैसला करेगा. निलंबित श्रेया पर आरोप है कि उन्होंने सीयूजे परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत के लिए जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक प्रोफेसर को आमंत्रित किया था.
सीयूजे के कुलपति नंद कुमार यादव ने बताया, ‘‘हम (तीन सदस्यीय समिति की) रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. हम कल सुबह आठ बजे तक रिपोर्ट मिलने की उम्मीद करते हैं और कल दोपहर तक फैसला कर लिया जाएगा.” यह पूछे जाने पर कि क्या तब तक उनका निलंबन जारी रहेगा, इस पर कुलपति ने कहा, ‘‘हां”. मीडिया में आई इन खबरों पर कि मुख्य अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में शिरकत राज्यपाल द्वारा कथित तौर पर ‘‘रद्द” कर दिए जाने की वजह से श्रेया को निलंबित किया गया, यादव ने कहा, ‘‘यह शब्द ‘रद्द’ नहीं होना चाहिए. इसकी बजाय यह कहना चाहिए कि (राज्यपाल के) आगमन की पुष्टि नहीं हो सकी.”
राज्यपाल को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 140वीं जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करना था. राज भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि मीडिया में आई खबरें बेबुनियाद और गुमराह करने वाली हैं क्योंकि सीयूजे को न तो मौखिक और न लिखित तौर पर राज्यपाल के आने की बात की पुष्टि की गई थी. ऐसा इसलिए क्योंकि 19 मार्च को राज्यपाल को किसी अन्य कार्यक्रम में जाना था. इस बीच, दिल्ली में जेएनयू शिक्षक संघ ने श्रेया के निलंबन की निंदा की और झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति से इस मुद्दे पर माफी मांगने को कहा. श्रेया को जेएनयू के प्रोफेसर एन एम पाणिनी को कार्यक्रम में कथित तौर पर आमंत्रित करने के लिए निलंबित किया गया. श्रेया को इस हफ्ते की शुरुआत में निलंबित किया गया था.