अभी आरागेट खास कर टाटीसिलवे में रेलगाड़ियों के गुजरते वक्त जाम लगना आम हो गया है. सिर्फ रांची से खुलनेवाली यात्री ट्रेनों की संख्या 30 से अधिक हो जाने तथा रांची-मुरी सेक्शन में मालगाड़ियों के लगातार आवागमन से रेलवे गेट बार-बार बंद करना पड़ता है. ट्रैफिक लोड अधिक होने से रेलवे गेट पर बार-बार जाम की स्थिति हो जाती है.
वहीं आरागेट व टाटीसिलवे क्रॉसिंग के गेट बड़े वाहनों की टक्कर से अक्सर टूटते भी रहते हैं. इससे रेल कर्मियों को खासी परेशानी होती है. इन दोनों जगहों पर रेल अोवरब्रिज की मांग लगातार होती रही है. सिल्ली का आरअोबी करीब 29.39 करोड़, टाटीसिलवे का करीब 33.66 करोड़ तथा आरागेट का आरअोबी करीब 30.62 करोड़ की लागत से बनेंगे. कुल खर्च का वहन केंद्र व राज्य सरकार आधा-आधा करेंगे.