-विवेक चंद्र-
रांची : हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन (एचइसी) ने झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम का लीज एग्रीमेंट रद्द कर दिया है. एचइसी के चीफ ऑफ टाउनशिप हेमंत गुप्ता ने झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन (जेएससीए) प्रबंधन पर लीज एग्रीमेंट की शर्तो का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.
एक माह में स्टेडियम परिसर खाली करने का नोटिस भेजा है. नोटिस में कहा गया है कि निर्धारित समय तक कब्जा नहीं हटाने पर क्षतिपूर्ति का दावा करते हुए स्टेडियम खाली कराने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. एचइसी ने नोटिस की कॉपी मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव समेत कई वरीय अधिकारियों को भी भेजी है. एचइसी प्रबंधन ने जेएससीए के साथ लीज एग्रीमेंट तोड़ने के 10 कारण बताये हैं.
कहा है कि जेएससीए प्रबंधन ने लीज एग्रीमेंट में उल्लेखित शर्तो की अवहेलना की है. इस वजह से एचइसी प्रबंधन इसे रद्द करता है. उधर, जेएससीए अध्यक्ष अमिताभ चौधरी ने एचइसी के नोटिस को हास्यास्पद करार दिया है. उन्होंने कहा कि लीज की सभी शर्तो का अक्षरश: पालन किया गया है.
शर्ते और उनका अनुपालन दोनों रिकॉर्ड की बात है. कागजात में सब-कुछ उपलब्ध है. इसके बावजूद नोटिस जारी करने का कोई मतलब नहीं है. एचइसी के वरीय अधिकारी निजी और गलत जिद पूरी करने के लिए राज्य के गौरव के साथ छेड़-छाड़ कर रहे हैं. इसके लिए न्यायालय उचित व्यवस्था करेगा.
31.70 एकड़ जमीन दी है एचइसी ने
2008 में स्टेडियम निर्माण के लिए एचइसी ने 90 वर्षो के लिए जमीन जेएससीए को लीज पर दी है. एचइसी के स्वामित्व वाली कुल 31.70 एकड़ जमीन जेएससीए को स्टेडियम निर्माण के लिए लीज पर दी गयी है.
‘‘एचइसी के सीएमडी स्टेडियम परिसर में अनुचित लाभ लेना चाहते थे. वह स्टेडियम के क्लब की सदस्यता नि:शुल्क मांग रहे थे. टेनिस कोर्ट का भी मुफ्त में इस्तेमाल करना चाहते थे. इसकी अनुमति नहीं मिलने पर लीज की शर्तो के उल्लंघन का अनर्गल आरोप लगा कर हास्यास्पद नोटिस भेज रहे हैं.
अमिताभ चौधरी, अध्यक्ष, जेएससीए
‘‘मैं गोल्फ क्लब और रांची क्लब का मेंबर हूं. मैंने स्टेडियम में गलत तरीके से क्लब चलाये जाने की बात की है. क्लब की सदस्यता की मुङो कोई जरूरत नहीं. मैंने लीज की शर्तो के उल्लंघन पर सवाल उठाये हैं. जेएससीए के पदाधिकारी अपनी परेशानी से बचने के लिए मुझ पर गलत आरोप लगा रहे हैं.
अभिजीत घोष, सीएमडी, एचइसी
एचइसी के आरोप
स्टेडियम में होनेवाले मैच की टिकट बिक्री की पांच फीसदी राशि एचइसी
को नहीं दी गयी.
स्टेडियम परिसर में एचइसी का लोगो प्रमुख जगहों पर नहीं लगाया गया.
एचइसी के सीएमडी को जेएससीए का संरक्षक सदस्य नहीं बनाया गया.
एचइसी के निदेशकों को जेएससीए का सदस्य नहीं बनाया गया.
जेएससीए क्रिकेट स्टेडियम के पते के रूप में एचइसी के नाम का इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में एचइसी प्रबंधन को पवेलियन के बगल में 100 मुफ्त टिकट नहीं दिये गये.
जेएससीए को पार्किग के रूप में
एचइसी की जमीन इस्तेमाल करने
की अनुमति नहीं है.
स्टेडियम निर्माण के लिए जेएससीए ने मास्टर प्लान और स्थानीय कानूनों का उल्लंघन किया है.
स्टेडियम में फाइव स्टार होटल खोला गया है. मैरेज हॉल व रेस्तरां के रूप में व्यावसायिक इस्तेमाल किया जा रहा है.
स्टेडियम परिसर में ऑफिस और दुकानों को सब-लीज कर दी गयी है.
जेएससीए का जवाब
अब तक हुए सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की टिकट बिक्री की पांच फीसदी राशि पूरी ईमानदारी के साथ दी गयी है.
सभी प्रवेश द्वारों पर एचइसी का लोगो लगा है. स्टेडियम के अंदर भी लोगो मौजूद है.
एचइसी के सीएमडी हमेशा से जेएससीए के संरक्षक सदस्य हैं.
एचइसी के सभी निदेशक जेएससीए के सम्मानित सदस्य हैं.
जेएससीए के सभी आधिकारिक पतों में एचइसी के नाम का इस्तेमाल जरूर किया जाता है.
सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों में एचइसी प्रबंधन को आधिकारिक रूप से नि:शुल्क टिकट उपलब्ध कराये गये हैं.
जेएससीए ने पार्किग के लिए एचइसी की जमीन इस्तेमाल नहीं की. मैचों में पार्किग का इंतजाम एचइसी प्रबंधन ने ही किया है.
आरआरडीए से नक्शा पास करा अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर जेएससीए स्टेडियम का निर्माण हुआ है.
स्टेडियम में कोई होटल नहीं है. मैरेज हॉल व रेस्तरां किराये पर चलते हैं. किसी को जगह सब-लीज नहीं की गयी है. किराये पर कुछ जगह जरूर दी गयी है.
