रांची. अपर न्यायायुक्त योगेश कुमार की अदालत ने सड़क पर उतरकर बंदी बुलाने और प्रशासन से झड़प करने के मामले में 16 आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है. वर्ष 2014 में झारखंड आंदोलनकारी शहीद निर्मल महतो की पत्नी सविता महतो को राज्यसभा का टिकट दिलाने की मांग को लेकर कुर्मी समाज द्वारा बंदी बुलायी गयी थी. बंदी के दौरान सड़क पर उतरकर कुर्मी समुदाय के लोग सविता महतो को राज्यसभा टिकट देने की मांग कर रहे थे. बंदी के दौरान सड़क से हटने के लिए कहने पर प्रशासन से उनकी झड़प हुई थी. मामले को लेकर तमाड़ थाना में कांड संख्या 7/2014 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है