रांची : राज्य में तीसरे चरण में स्पीडी ट्रायल के लिए 1001 केस चयनित करने का काम शुरू हो गया है. केस चयन करने से संबंधित आदेश सीआइडी मुख्यालय ने 25 सितंबर को जारी किया था. अक्तूबर में चयनित केस की समीक्षा होनी थी, लेकिन चुनाव कार्य में पुलिस के व्यस्त होने से काम समय पर पूरा नहीं हो पाया. अब जब पुलिस अधिकारी चुनाव कार्य से मुक्त हो चुके हैं, तब यह काम फिर से शुरू किया गया है.
पुलिस के अनुसार जल्द ही केस का चयन कर स्पीडी ट्रायल के लिए अनुशंसा की जायेगी. स्पीडी ट्रायल के लिए नये केस का चयन करने के पीछे मुख्य रूप से तीन उद्देश्य हैं. पहला यह कि राज्य के शातिर अपराधी जो दर्जनों केस में वांछित हैं, उसे सजा दिलाना. दूसरा जो कि गंभीर आपराधिक केस में विशेष कर महिलाओं, बच्चों एवं कमजोर वर्ग से संबंधित है. तीसरा नक्सली केस से संबंधित मामले. शातिर अपराधियों में भी उन अपराधियों को चिह्नित करने का विशेष रूप से टास्क दिया गया है, जो न्यायिक अभिरक्षा में हों.
गैंगरेप, छोटी बच्चियों के साथ रेप से संबंधित केस का विशेष रूप से चयन करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा नक्सल केस में वैसे केस के चयन पर विशेष रूप से बल दिया गया है, जिसमें बड़े नक्सलियों के खिलाफ केस दर्ज हैं और आरोपियों की संख्या कम होने के साथ बरामदगी और अनुसंधानपूर्ण हो. स्पीडी ट्रायल के लिए सबसे अधिक रांची और जमशेदपुर को 100-100 केस का चयन करना है.