रांची : जदयू के वरिष्ठ नेता सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अशरफ अली फातमी ने कहा कि एकीकृत बिहार के समय से झारखंड को करीब से देखा है. बिहार से अलग होने के बाद यह अपेक्षा की गयी थी कि यहां आदिवासी-मूलवासियों का विकास होगा. रोजगार के अवसर खुलेंगे.
लेकिन दुर्भाग्य है कि आज भी झारखंड में वैसी ही स्थिति बनी हुई है, जैसा अलग राज्य के समय था. वहीं दूसरी तरफ सिर्फ पानी व बालू कहा जानेवाला राज्य बिहार आज विकास के पथ पर काफी आगे बढ़ चुका है. झारखंड को बिहार जैसे विकास की जरूरत है. श्री फातमी रविवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आज बिहार में 23 से 24 घंटे बिजली मिल रही है. गांव में स्कूल खुल रहे हैं. सड़कों की कनेक्टिविटी बढ़ गयी है. उन्होंने कहा कि झारखंड में जदयू को सत्ता में भागीदारी मिलती है, तो यहां के आदिवासियों व मूलवासियों का विकास किया जायेगा.
झारखंड को मॉब लिंचिंग की धब्बे से मुक्ति दिलायी जायेगी. पिछड़ों, दलितों व अल्पसंख्यकों को अधिकार दिलाया जायेगा. जदयू नीतीश मॉडल को लागू करने को लेकर चुनाव मैदान में उतरा है. पार्टी की ओर से झारखंड बदलाव के 10 सूत्र दिये गये हैं. बिहार की कई योजनाओं को मॉडल बना कर केंद्र सरकार अपना रही है. बिहार में जदयू की ओर से चलाये जा रहे शराबबंदी व दहेज प्रथा खत्म करने के अभियान को जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है. मौके पर श्रवण कुमार, लड्डन शाह समेत कई नेता मौजूद थे.