रांची : अक्सर देखा जाता है कि मरीजों के इलाज का तनाव झेल रहे डॉक्टर खुद के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित नहीं रहते हैं. ऐसे में राजधानी के डॉक्टरों व लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने व पर्यावरण की रक्षा का संदेश देने के लिए रिम्स सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मृत्युंजय सरावगी साइकिल का उपयोग कर रहे हैं.
रिम्स में जहां सीनियर व जूनियर डॉक्टर महंगी चारपहिया गाड़ी से रोजाना अस्पताल आते हैं, वहीं डॉ मृत्युंजय एकमात्र एेसे डॉक्टर हैं, जो पिछले एक माह से बेहिचक साइकिल से रिम्स आ रहे हैं. ऐसा कर उन्होंने अन्य डॉक्टरों के बीच मिसाल पेश की है.
डॉ मृत्युंजय ने बताया कि कांके स्थित उनके घर से रिम्स की दूरी साढ़े पांच से छह किलोमीटर है. प्रतिदिन वह साइकिल से रिम्स जाते व आते हैं.
साइकिल चलाने से स्वास्थ्य ठीक होगा व प्रदूषण भी कुछ कम होगा. उन्होंने बताया कि सड़क पर साइकिल चलाने का फैसला पहले दिनों तक अटपटा लगा, लेकिन मन में ठान लिया कि अब साइकिल से ही रिम्स जाना व आना है.
उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टूडेंट के समय से ही उन्हें साइकिल चलाने का शौक रहा है. उस समय साइकिल रेस में कई पुरस्कार भी जीता. मुझे लगता है कि मेडिकल स्टूडेंट को स्टेटस को त्याग कर साइकिल चलना चाहिए. डाॅक्टर भी अगर साइकिल को अपने जीवन में शामिल कर लें, तो फायदा होगा.