रांची : करीब 135 साल पुराने अयोध्या विवाद पर फैसले का झारखंड की राजधानी रांची समेत सभी जगहों पर लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया. हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए लोगों ने तस्वीरें खिंचवायी. दूसरी तरफ, पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा. रांची समेत राज्य के कोने-कोने में फ्लैग मार्च कर लोगों को संदेश दिया कि सब कुछ ठीक-ठाक है. किसी को डरने की जरूरत नहीं है.

पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया गया है. इस तरह एक जगह पर चार से ज्यादा लोग एक साथ एकत्र नहीं हो पायेंगे. मुख्य सचिव ने शनिवार की सुबह समीक्षा बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के डीसी और एसपी को महत्वपूर्ण निर्देश दिये. पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कोई भी ऐसा काम न करें, जिससे माहौल बिगड़ने की आशंका हो.
.jpg?auto=format%2Ccompress)
पुलिस के जवान घूम-घूमकर माइक से घोषणा कर रहे हैं कि लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करें. उन्होंने सभी धर्मों के धर्मगुरुओं से भी कहा है कि वे अपने स्तर से ऐसा कोई बयान न दें, जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा हो. पुलिस के साथ शांति समिति के सदस्यों ने भी लोगों के बीच जाकर ऐसी ही अपील की.

सभी समुदाय के लोगों से अपील की गयी है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई भी किसी भी प्रकार की टिप्पणी न करे. पुलिस ने यह बी कहा कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है. शांति और सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी कदम उठाने की जरूरत होगी, पुलिस और प्रशासन वह करेगा. इसलिए शहर के चौक-चैराहों पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है.

यहां तक कि सोशल मीडिया पर इस विषय में होने वाले तमाम पोस्ट पर भी नजर रखी जा रही है. यदि किसी ने कोई भड़काऊ पोस्ट किया या किसी तरह से कोर्ट के आदेश पर टिप्पणी की, तो उसे बख्शा नहीं जायेगा. उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के कई दिन पहले से इस संबंध में हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों के धर्मगुरुओं ने अपील की थी कि फैसला कुछ भी हो, सभी उसका सम्मान करें. भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को बदनाम न होने दें.