रांची : दुर्गा पूजा के दौरान रांची शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पंडाल बनाये जाते हैं. राजधानी में बनने वाले सभी पंडालों के पट भक्तों के लिए खोल दिये गये हैं. बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडालों में माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करना ना सिर्फ प्रशासन बल्कि पूजा समिति के सदस्यों की भी जिम्मेवारी बन जाती है. साथ ही साथ आम लोगों को भी प्रशासन की ओर से कुछ दिशा-निर्देश दिये गये हैं.
प्रशासन का मानना है कि उनके निर्देशों का पालन कर आम लोग सुरक्षित रूप से पंडालों का भ्रमण कर पायेंगे. सभी दुर्गा पूजा के दौरान आग दुर्घटना एवं भगदड़ जैसे हादसों से बचने के लिए दुर्गा पूजा समितियों एवं आम नागरिकों से जिला प्रशासन ने निम्नलिखित सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है :-
दुर्गा पूजा समितियों के लिए निर्देश
– पंडाल में प्रवेश एवं निकास के अलग-अलग रास्ते रखें. प्रवेश एवं निकास द्वार पर पर्याप्त संख्या में वॉलेंटियर की व्यवस्था करें. मुख्य प्रवेश द्वार एवं निकास द्वार कम से कम पांव मीटर चौड़ा रखें.
– प्रवेश एवं निकास कतार लगाकर कराएं, पुरुष एवं महिला के लिए अलग-अलग कतार की व्यवस्था करें.
– भगदड़ से बचाव के लिए भीड़ प्रबंधन की योजना पहले से बना कर रखें एवं उसे प्रतिनियुक्त पुलिसकर्मियों के साथ साझा करें. किसी भी आपातकाल से बचने के लिए वैकल्पिक मार्ग पहले से चिन्हित कर रखें.
– पंडाल में बिजली की वायरिंग योग्य एवं प्रशिक्षित इलेक्ट्रिशियन से कराएं एव हमेशा आईएसआई मार्क के कॉपर तार का ही प्रयोग करें. नंगे तारों का उपयोग कदापि ना करें.
– पंडाल में ज्वलनशील पदार्थ को एकत्र करके ना रखें. किचन की दूरी पंडाल से कम से कम 20 मीटर रखें.
– पंडाल के पास पर्याप्त संख्या में अग्निशमन यंत्र, पानी एवं बालू की व्यवस्था रखें.
– दुर्गा पूजा समिति पूजा शुरू होने से पूर्व अपने निकटतम फायर स्टेशन से आग से बचाव का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना सुनिश्चित करें.
– दुर्गा पूजा समिति के कर्मचारी एवं वॉलेंटियर आग से बचाव एवं फायर एक्सटिंग्यूसर का प्रयोग किस प्रकार करना है इसकी जानकारी अवश्य रखें.
– पंडाल में प्रशिक्षित स्टाफ की देखरेख में प्राथमिक उपचार की व्यवस्था रखें. सुचारू रूप से संचालन हेतु नियंत्रण कक्ष बनाये, कार्यक्रम के दौरान लाउड स्पीकर द्वारा लोगों को सुरक्षा से संबंधित जानकारी एवं चेतावनी देते रहें.
– पूजा के दौरान सुरक्षा के लिए पंडालों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरा जरूर लगा कर रखें.
– अग्निशमन एवं एम्बुलेंस के लिए आने जाने के लिए पर्याप्त रास्ता खुला रखें. पंडाल सड़क के किनारे ना बनावें ध्यान रखें कि पंडाल से यातायात प्रभावित न हो. पंडाल के आसपास या विसर्जन स्थल पर पटाखा, धूम्रपान आदि का इस्तेमाल न हो.
आम नागरिकों के लिए निर्देश
– मेले में चलते-फिरते रहें, अनावश्यक एक स्थान पर भीड़ न लगाएं.
– यदि आप छोटे बच्चों को मेले में लेकर जा रहे हैं, तो उनके जेब में घर का पता एवं फोन नंबर अवश्य रख दें. बच्चों को अकेला न छोड़ें न ही उन्हें इधर-उधर जाने दें.
– किसी भी आपात स्थिति में तत्काल नियंत्रण कक्ष में संपर्क करें. बिजली के तारों एवं उपकरणों से दूर रहें.
– अपने बहुमूल्य समानों की रक्षा स्वयं करें. किसी भी प्रकार की अफवाह ना फैलायें और ना ही उस पर ध्यान दें.
– किसी भी प्रकार के पटाखें, ज्वलनशील पदार्थ ना ले जाएं तथा धूम्रपान ना करें. विसर्जन के दौरान तैराकी न जानने वाले पानी के भीतर ना जाएं.
इमरजेंसी फोन नंबर को पंडाल में प्रदर्शित करें
पुलिस सहायता – 100
अग्निशमन डोरण्डा – 9304953404
अग्निशमन पिस्कामोड़ – 9304953405
अग्निशमन आड्रेहाउस – 9304953406
अग्निशमन धुर्वा – 9304953407
अग्निशमन एम्बुलेंस – 6660100
सिटी कंट्रोल रूम – 0651-2215855
उपायुक्त, रांची – 9431708333
अपर समाहर्ता, रांची – 9431170128
एडीएम विधि व्यवस्था – 9431101954
वरीय पुलिस अधीक्षक – 9431706136
शहर डीएसपी – 9431706139
एसपी यातायात – 9431706140
अनुमंडल पदाधिकारी, रांची – 94317001700
अनुमंडल पदाधिकारी, बुण्डू – 9431107193