रांची : गेतलसूद डैम में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की संभावना तलाशने बेल्जियम से विशेषज्ञों की एक टीम सोमवार को रांची आयेगी. सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) द्वारा इस टीम को लाया जा रहा है. सेकी ने बेल्जियम के विशेषज्ञों को अपना सलाहकार बनाया है.
गौरतलब है कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने सेकी को झारखंड के जलाशयों में फ्लोटिंग सोलर सिस्टम के जरिये बिजली उत्पादन का जिम्मा दिया है.
बताया गया कि टीम डैम में पानी, गहराई, वातावरण, जलाशय के जीव-जंतु, हवाओं के रुख व आसपास की आबादी का अध्ययन करेगी. यदि टीम की रिपोर्ट सकारात्मक रही, तो सेकी वहां सौर ऊर्जा आधारित फ्लोटिंग पावर प्लांट लगाने की दिशा में कार्रवाई करेगा.
सोलर प्लांट के लिए हो चुका है एमओयू
गौरतलब है कि रांची के दो बड़े डैम में 150 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) के बीच एमओयू 20 फरवरी 2019 को हुआ था. गेतलसूद में 100 मेगावाट और धुर्वा डैम में 50 मेगावाट का सोलर फ्लोटिंग पावर प्लांट लगाया जाना है.
एक मेगावाट के सोलर फ्लोटिंग प्लांट पर करीब चार करोड़ रुपये का खर्च आयेगा. यह प्लांट सेकी लगायेगा. दोनों प्लांट से उत्पादित बिजली 3.30 रुपये प्रति यूनिट की दर से उपलब्ध होगी. गेतलसूद डैम के 1.6 वर्ग किमी और धुर्वा डैम के 0.8 वर्ग किमी क्षेत्र का उपयोग किया जायेगा. इससे पानी को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. गेलतलसूद डैम से सिकिदिरी ग्रिड और धुर्वा से हटिया ग्रिड को बिजली दी जायेगी.