रांची : झारखंड की राजधानी रांची स्थित जीपीओ में शनिवार को नवल किशोर की अध्यक्षता में पोस्टलपोस्टल /आरएमएस पेंशनर्स एसोसिएशन की स्टेट कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में पेंशनभोगियों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गयी. बैठक में इस बात की चर्चा की गयी कि पेंशन भुगतान में नयी व्यवस्था लागू होने से अप्रत्याशित विलंब हो रहा है. अब अंतिम कार्य दिवस को भुगतान न हो कर हर महीने की 4 या 5 तारीख को भुगतान हो रहा है.
बैठक में इस बात की भी चर्चा की गयी कि पहले पेंशन का भुगतान प्रधानडाक घरों से अंतिम कार्यदिवस को बिना किसी विलंब के ही हो जाया करता था. सीएसआई के रॉल आउट के बाद डाक लेखा निदेशक कार्यालय से झारखंड सर्किल में भुगतान गड़बड़ी हो रही है, जिसके चलते पेंशनभोगियों सहित कर्मचारियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. बैठक में कहा गया कि सर्विस प्रोवाइडर देश की प्रमुख आईटी कंपनी इन्फोसिस है और इसी सर्विस प्रोवाइडर से बैंक में अंतिम कार्य दिवस को भुगतान हो रहा है.
कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि 18 जून को भोजनावकाश के समय संयुक्त रूप से एनएफपीई और पोस्टल पेंशनर्स एसोसिएशन की ओर से रांची जीपीओ सहित झारखंड के समस्त डाकघरों में पेंशन एवं सैलरी भुगतान में विलंब को लेकर धरना दिया जायेगा और 14 जुलाई को हजारीबाग में दूसरी स्टेट कांफ्रेंस आयोजित की जायेगी, जिसमें राज्य के पेंशनर्स शामिल होंगे. एसोसिएशन के महासचिव के राघवेंद्रन (चेन्नई) अधिवेशन का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद गुवाहाटी में आयोजित सेंट्रल वर्किंग कमेटी की बैठक में झारखंड से 6 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.
बैठक में सीजीएचएस की कार्यप्रणाली पर चिंता प्रकट करते हुए स्टेट सेक्रेटरी पेंशनर्स एसोसिएशन एमजेड खान ने कहा कि वेलनेस सेंटर में कई बार एडिशनल डायरेक्टर, सीजीएचएस रांची को लिखे जाने के बावजूद बुनियादी सुविधाएं भी अब तक उपलब्ध नहीं करायी गयी हैं. उन्होंने कहा कि सीजीएचएस के वेलनेस सेंटर में शुगर, बीपी, डिप्रेशन आदि की दवाएं भी 2-3 महीने से उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण लाभर्थियों सहित पेंशनर्स को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी एक अप्रैल से धनबाद में सीजीएचएस काम कर रहा है, लेकिन वहां भी लाभार्थियों को सुविधा नहीं मिल पा रही है.
डाक लेखा निदेशक कार्यालय रांची की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाते हुए कहा गया कि पेंशन मंत्रालय के 12 मई 2017 के आदेश का पूर्णतः अनुपालन नहीं किया, जिसके कारण आज भी 500 से अधिक पोस्टल/आरएमएस पेंशनर्स एवं फैमिली पेंशनर्स के पेंशन का पुनर्निर्धारण लंबित है. ये चिंताजनक स्थिति है.
आलम यह है कि करीब दो दर्जन से अधिक पेंशनर्स अपने जीवन में इसका लाभ लिए बिना मौत की आगोश में चले गये. हालांकि, इस बाबत उच्च अधिकारियों तक बात पहुंचायी गयी, लेकिन नतीजा सिफर ही निकला. उन्होंने कहा कि डाक निदेशालय के कई आदेश सर्किल कार्यालय रांची में अनुपालन हेतु लंबित पड़े हैं, जिसमें मुख्यरूप से पोस्टमेन के पेंशन का 1 जनवरी 1996 से पुनर्निर्धारण का मामला है, जो 2018 के जनवरी से लंबित है. विभाग की अकर्मण्यता को लेकर पेंशनभोगियों में काफी नाराजगी है.
बैठक में ये फैसला लिया गया कि एसोसिएशन का चार सदस्यीय प्रतिनिधि अगले सप्ताह चीफ पीएमजी/डीपीएस एवं डाक लेखा उपनिदेशक से मिलकर समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेगा. सभा का संचालन एमजेड खान ने की एवं धन्यवाद ज्ञापन केडी राय व्यथित ने किया.
इस बैठक में जमशेदपुर से नवल किशोर के अलावा कुनु पात्रा, जगदेव प्रसाद, हजारीबाग से अर्जुन पांडेय, उमाशंकर ठाकुर, आर प्रसाद, गुमला से बिरसा उरांव, सिमडेगा से आर बाखला, घनश्याम बड़ाइक एवं रांची से केडी रॉय, त्रिवेणी ठाकुर, त्रिलोकी साहू, गणेश चन्द्र डे, जेठू बड़ाइक सहित दर्जनों पेंशनभागी शामिल हुए.
बैठक को कुनु पत्रा, अर्जुन पांडेय, उमाशंकर ठाकुर, आर बाखला, त्रिवेणी ठाकुर, व्यथित, नवल किशोर, जगदेव प्रसाद, हीरा राम तिवारी ने संबोधित किया. इसमें एनके वर्मा, महाबीर ठाकुर, परमेश्वर साहू, डीएन साहू, विगु साहू, जेठू बड़ाइक, डी गोस्वामी, मो फारूक, लखन राम, माधो राम, अनिल कच्छप, जॉन सोरेन, जीसी डे आदि उपस्थित थे.