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आमने-सामने : जानें रांची लोकसभा क्षेत्र के सांसद का दावा और विपक्ष का आरोप
लोकसभा चुनाव 2014 में रांची सीट पर भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हुआ था. भाजपा के रामटहल चौधरी ने कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय को एक लाख 99 हजार 303 मतों से पराजित कर जीत हासिल की थी. रामटहल चौधरी की संसदीय कार्यवाही के दौरान उपस्थिति 96 प्रतिशत रही. इस दौरान उन्होंने 81 बार […]
लोकसभा चुनाव 2014 में रांची सीट पर भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हुआ था. भाजपा के रामटहल चौधरी ने कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय को एक लाख 99 हजार 303 मतों से पराजित कर जीत हासिल की थी.
रामटहल चौधरी की संसदीय कार्यवाही के दौरान उपस्थिति 96 प्रतिशत रही. इस दौरान उन्होंने 81 बार बहस में हिस्सा लिया जबकि 623 सवाल पूछे. इससे पहले 2004 व 2009 में कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय ने रामटहल चौधरी को पराजित किया था.
रांची लोकसभा में सुबोधकांत व रामटहल चौधरी के बीच कई बार सीधा मुकाबला हो चुका है. इस बार भी कांग्रेस ने सुबोधकांत सहाय को प्रत्याशी बनाया है. वहीं भाजपा ने रामटहल चौधरी की जगह संजय सेठ को चुनाव मैदान में उतारा है. इधर, रामटहल चौधरी ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है.
रांची : जनता के हितों के लिए प्रतिबद्ध रहा न कि सरकार के लिए : रामटहल
रांची : सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि पांच साल की विकास यात्रा में क्षेत्र के सर्वागींण विकास को लेकर कई कार्य किये गये. जनता के प्रेम व विश्वास के कारण उनके सपनों को साकार करने में सफलता प्राप्त हुई. पिछले पांच साल में मैं क्षेत्र की जनता के लिए प्रतिबद्ध रहा न कि सरकार के लिए. जब भी जरूरत पड़ी, मैंने जनता के हितों को लेकर आवाज उठायी.
सरकार के सामने खुल कर जनता का प्रतिनिधित्व किया.चाहे पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा का मामला हो या फिर सरकारी नौकरी में बाहरी लोगों की बहाली. सीएनटी-एसपीटी एक्ट व स्थानीयता को लेकर भी मैंने सरकार को सुझाव दिया़ स्कूल मर्जर का विरोध किया. संसद में आवाज उठायी. साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर आपत्ति जतायी. यही नहीं पारा शिक्षकों को हटाने का विरोध किया. इनके स्थायीकरण को लेकर संसद से लेकर सरकार तक आवाज पहुंचायी. इसी का मुझे खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
अगर हम जनता की सुविधा के लिए आवाज नहीं उठायेंगे, तो आखिर किसके लिए सांसद बना हूं. मेरे लिए पहले जनता का हित है, बाद में राजनीति. श्री चौधरी ने बताया कि रांची लोकसभा क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का काम किया गया. 2014-15 से लेकर अब तक ग्रामीण विकास विभाग की ओर से 318 सड़क योजनाओं का काम पूरा किया गया है.
1052.215 किलोमीटर सड़क का निर्णाण किया गया. 2018-19 की 73 योजनाएं प्रगतिशील हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत सभी गांवों का विद्युतीकरण कराया गया. सौभाग्य योजना के तहत नि:शुल्क बिजली का कनेक्शन दिया गया. पूरे क्षेत्र में अतिरिक्त 4000 से अधिक ट्रांसफार्मर लगाये गये.
क्षेत्र में 12 नये विद्युत सब स्टेशन का निर्माण हुआ. एक नये ग्रिड का निर्माण कराया गया और एक की स्वीकृति मिली. रांची नगर निगम क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक स्कूलों में सांसद फंड से शौचालय, भवन निर्माण, चहारदीवारी समेत अन्य काम कराया़ सांसद में एचइसी कर्मियों के मामले को जोरदार तरीके रखा.
मेरे कार्यकाल में रेलवे के क्षेत्र में कई कार्य हुए. स्वचालित सीढ़ी एक्सेलेरेटर का निर्माण, फूड प्लाजा, कोच डिस्प्ले बोर्ड, नये फुट ओवर ब्रिज, यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त स्टील बेंच की व्यवस्था हुई. टाटीसिलवे, सिल्ली, आरा गेट एवं नयासराय में ओवरब्रिज के निर्माण को स्वीकृति मिली, रांची से बरकाकाना तक नयी रेल लाइन निर्माण, रांची रेलवे स्टेशन पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
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