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रांची : कांके और नगड़ी बैंक डकैती के पांच अपराधी हथियार के साथ गिरफ्तार
रांची : कांके थाना क्षेत्र के बुकरू स्थित पीएनबी से 4.42 लाख रुपये डकैती और नगड़ी थाना क्षेत्र के झारखंड ग्रामीण बैंक से चार जून 2018 को हुई 1.50 लाख डकैती की घटना में शामिल पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में गिरोह का सरगना रंजीत तिर्की, चुंदा खलखो, राज […]
रांची : कांके थाना क्षेत्र के बुकरू स्थित पीएनबी से 4.42 लाख रुपये डकैती और नगड़ी थाना क्षेत्र के झारखंड ग्रामीण बैंक से चार जून 2018 को हुई 1.50 लाख डकैती की घटना में शामिल पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अपराधियों में गिरोह का सरगना रंजीत तिर्की, चुंदा खलखो, राज कुमार मुंडा, लाला मुंडा और रमेश मुंडा शामिल हैं.
पुलिस ने उनके पास से पिस्टल, देशी कट्टा और गोली बरामद किया है. इसके अलावा पीएनबी बैंक से डकैती की गयी राशि में से एक लाख छत्तीस हजार रुपये भी पुलिस ने बरामद कर लिये हैं. यह जानकारी मंगलवार की शाम आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एसएसपी अनीश कुमार गुप्ता ने दी.
एसएसपी ने बताया कि पीएनबी डकैती कांड में शामिल अपराधियों का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिला था. इसमें एक संदिग्ध अपराधी की पहचान रंजीत तिर्की के रूप में हुई थी.
इसके बाद मामले के खुलासा के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया था. 10 सितंबर की रात पुलिस को सूचना मिली कि कुछ अपराधी हथियार से लैस होकर किसी बड़े घटना को अंजाम देने के लिए पतरा टोली रिंग रोड स्थित ऐंजल ढाबा के बगल में जुटे हैं.
इस सूचना पर छापेमारी के लिए टीम का गठन किया गया. टीम ने छापेमारी कर पांच अपराधियों को बाइक, हथियार और मोबाइल सहित गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार रंजीत तिर्की ने उक्त दोनों घटनाओं के अलावा लूटपाट और डकैती के अन्य 15 घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है.
गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि वे अधिकांश रुपये खर्च कर चुके हैं. पीएनबी डकैती कांड में गिरफ्तार इन पांच अपराधियों के अलावा एक अन्य अपराधी भी शामिल था, जिसके पास अधिकांश रुपये रहते थे.
एसएसपी ने बताया कि रंजीत तिर्की सहित अन्य को वर्तमान में नगड़ी ग्रामीण बैंक डकैती कांड में गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से हथियार बरामदगी को लेकर अलग से केस दर्ज किया गया है. उन्हें पीएनबी बैंक डकैती केस में रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी. गिरोह का सरगना खुद रंजीत तिर्की है. वह घटना को अंजाम देने से पहले अपने साथियों के साथ मिल कर योजना तैयार करता था और रेकी कर घटना को अंजाम देता था.
अपराधियों के पास से बरामद हथियार व सामान
दो देशी पिस्टल, तीन देशी कट्टा, सात गोली, दो बाइक, पांच मोबाइल, बैंक से लूटा गया एक लाख छत्तीस हजार रुपये
छापेमारी में ये थे शामिल : छापेमारी में मुख्यालय डीएसपी विजय सिंह, कांके थाना प्रभारी राजीव रंजन, नगड़ी थाना प्रभारी राम नारायण सिंह, बुढ़मू थाना प्रभारी राकेश रंजन सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे.
लूटपाट, डकैती समेत 15 घटनाओं में है रंजीत तिर्की की संलिप्तता
वर्ष 2004 में रंजीत ने खूंटी के एलआइसी ऑफ इंडिया में डाका डाला था. इसके अलावा नामकुम पोस्ट ऑफिस में लूटपाट की थी.
वर्ष 2006 में रंजीत ने साथियों के साथ खूंटी ओवरसीज बैंक से 22 लाख रुपये लूटा था. फिर वर्ष 2007 में ओरमांझी थाना क्षेत्र के अपोलो अस्पताल बैंक ऑफ बड़ौदा इरबा शाखा में जमा होने आये 12.20 लाख रुपये रंजीत ने नौशाद खान, डेविडा तिग्गा के साथ मिल कर लूटा था.
वर्ष 2009 में बेड़ो में प्रदीप कुमार राय को गोली मारकर रंजीत तिर्की ने 2.50 लाख रुपये लूटा था.वर्ष 2014 में कटहल मोड़ स्थित ग्रामीण बैंक से रंजीत तिर्की ने 5.45 लाख लूटा था.
वर्ष 2016 में टाटीसिलवे थाना क्षेत्र के ओवरसीज बैंक व 2016 में रातू थाना क्षेत्र के ग्रामीण बैंक को लूटा.फरवरी 2018 में रंजीत ने अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पिपर टोली स्थित सोने-चांदी की दुकान से जेवरात और मोबाइल सहित अन्य सामान लाल मुंडा और राकेश लोहरा के साथ मिल कर लूट लिया था.मई 2018 को चापू टोली स्थित छड़ सीमेंट की दुकान से रंजीत तिर्की ने 10 हजार रुपये और मोबाइल लाल मुंडा और राकेश लोहरा के साथ मिल कर लूटी थी.
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