पूर्व मंत्री ने कहा कि रांची कॉलेज का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय रखा जा रहा है. झारखंड की धरती के वीरों को नजरअंदाज करना सही नहीं है. सरकार द्वारा कौशल विकास केंद्रों का नाम दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र कर दिया गया है. नगर विकास विभाग संकल्प निकाल कर सभी नगर भवनों का नाम भी दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर चुकी है.
सिमडेगा में कांग्रेस के विरोध के कारण अब तक नगर भवन का नाम बदला नहीं जा सका है. सरकार दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को चिंतक और संगठनकर्ता मानती है. वास्तव में दोनों आरएसएस के चिंतक और संगठनकर्ता थे. झारखंड को उन दोनों से कोई लेना-देना नहीं है. साजिश के साथ राज्य के भगवाकरण का प्रयास किया जा रहा है. कांग्रेस इसका विरोध करेगी. संस्थानों का नाम झारखंड के आंदोलनकारियों और क्रांतिकारियों के नाम पर ही रखने होंगे. श्रीमती उरांव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सरकार के इस फैसले का विरोध हर स्तर पर करेगी. हर जिले में सड़क पर उतर कर चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा.