आरइसी अपने सीएसआर फंड के तहत उपलब्ध करा रहा है राशि
सप्ताह में पांच दिन दिया जायेगा अलग-अलग फ्लेवर का दूध
साल भर बाद रिम्स के सहयोग से होगी बच्चों की स्वास्थ्य जांच
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार को लातेहार से गिफ्ट मिल्क की शुरुआत करेंगे. इसके तहत नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के तहत लातेहार जिले के 28 स्कूलों के 12 हजार बच्चों को मुफ्त में दूध दिया जायेगा. सभी बच्चों को 200-200 ग्राम फोर्टिफाइड दूध का पैक दिया जायेगा.
इसके लिए ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड (आरइसी) अपने सीएसआर फंड के तहत राशि उपलब्ध करा रहा है. यह जानकारी एनडीडीबी के चेयरमैन दिलीप रथ ने सोमवार को होटवार स्थित मेधा डेयरी में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.श्री रथ ने बताया कि देश के कई राज्यों में यह स्कीम चल रही है.
झारखंड में और बच्चों को इस तरह का लाभ देने के लिए कई सार्वजनिक उपक्रमों को जोड़ने की योजना है. कई कंपनियों से प्रथम चरण की बात हो चुकी है. बच्चों को सप्ताह में पांच दिन अलग-अलग फ्लेवर का दूध दिया जायेगा. इससे बच्चों में दूध पीने की ललक हमेशा बनी रहेगी. दूध देने के एक साल के बाद रिम्स के सहयोग से बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करायी जायेगी. दूसरे राज्यों में करायी गयी जांच के परिणाम सकारात्मक निकले हैं. बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ी हुई पायी गयी है.
28 स्कूल के 12 हजार बच्चों को मिलेगा लाभ
दुग्ध पालकों में बंटेगा कमाई की हिस्सा
श्री रथ ने बताया कि मुख्यमंत्री मंगलवार को ही दुग्ध उत्पादकों को कमाई की हिस्सा भी दिया जायेगा. झारखंड मिल्क फेडरेशन पिछले तीन साल से दूध बेचने के बाद होने वाली कमाई का एक हिस्सा गौ पालकों के बीच बांटती है. पिछले साल मेधा को हुई कमाई में से करीब 15 हजार किसानों के बीच 1.19 करोड़ रुपये बांटा जायेगा. 2014-15 में 52, 2015-16 में 86 लाख रुपये बांटा गया था.
80 टन कटहल और पांच टन स्वीट काॅर्न बेचा
श्री रथ ने बताया कि झारखंड में मदर डेयरी का एक फल और सब्जी का प्रोसेसिंग प्लांट भी है. पिछले साल यहां से करीब 80 टन कटहल प्रोसेस किया गया था. इसकी बिक्री दिल्ली में हुई.
इसकी खूब मांग हुई. करीब पांच टन स्वीट काॅर्न भी प्रोसेस कर बेचा गया. इस प्लांट की प्रोसेसिंग क्षमता 2000 टन की है. ट्रायल के तौर पर भिंडी, गाजर का प्रोसेसिंग आम और लीची पल्प तैयार किया गया है. उपज मिलते ही इसका कॉमर्शियल उत्पादन भी शुरू कर दिया जायेगा.
